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ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस ने किया देशव्यापी बेमियादी हड़ताल का आह्वान

कोलकाता : देशभर में पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों व ट्रांसपोर्ट सेक्टर से जुड़ी अन्य कई समस्याओं को लेकर ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस (एआइएमटीसी) ने 20 जुलाई से अनिश्चितकालीन देशव्यापी ट्रांसपोर्ट (ट्रक) हड़ताल का ऐलान किया है. शनिवार को महानगर के मर्चेंट चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के सभागार में आयोजित संवाददाता सम्मेलन […]

कोलकाता : देशभर में पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों व ट्रांसपोर्ट सेक्टर से जुड़ी अन्य कई समस्याओं को लेकर ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस (एआइएमटीसी) ने 20 जुलाई से अनिश्चितकालीन देशव्यापी ट्रांसपोर्ट (ट्रक) हड़ताल का ऐलान किया है. शनिवार को महानगर के मर्चेंट चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के सभागार में आयोजित संवाददाता सम्मेलन के दौरान एआइएमटीसी के अध्यक्ष एसके मित्तल ने इसकी घोषणा की. प्रस्तावित हड़ताल के दौरान प्रभावित इलाकों में सप्लाई चेन टूटने से कारोबार पर व्यापक असर पड़ने के आसार हैं. साथ ही सामानों की कीमत भी बढ़ने की संभावना है.
संवाददाता सम्मेलन के दौरान ऑल इंडिया ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन (ईस्ट जोन) के अध्यक्ष संतोष सराफ, कलकत्ता गुड्स ट्रांसपोर्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष पीके मित्तल, कलकत्ता गुड्स ट्रांसपोर्टर एसोसिएशन वरिष्ठ उपाध्यक्ष केके बंसल, बिहार मेें बस ऑपरेटर्स कॉनफेडरेशन ऑफ इंडिया (बीओसीआइ) के चेयरमैन सोहन सिंह, ट्रक ओनर्स एसोसिएशन ऑफ बंगाल के उपाध्यक्ष तपन भादुड़ी समेत अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे.
प्रतिदिन दो हजार करोड़ के नुकसान के आसार :
एआइएमटीसी अध्यक्ष एसके मित्तल ने कहा कि पूरे देश में प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से करीब 15 करोड़ लोग रोड ट्रांसपोर्ट सेक्टर से जुड़े हुए हैं. इसके बावजूद रोड ट्रांसपोर्ट सेक्टर की लगातार अनदेखी की जा रही है. लगातार पेट्रोल और डीजल की कीमत में बढ़ोतरी का खामियाजा ट्रांसपोर्टरों को भुगतना पड़ रहा है.
आरोप के अनुसार केंद्र सरकार को जैसे ट्रांसपोटर्स की समस्याओं से कोई लेना-देना नहीं है. यही वजह है कि मौजूदा समय में ट्रांसपोटर्स का व्यापार करना भी मुश्किल होता जा रहा है. समस्याओं को लेकर कई दफा प्रधानमंत्री व केंद्रीय परिवहन मंत्री को अवगत कराया गया, लेकिन इसका फायदा नहीं हुआ. यही वजह है कि एआइएमटीसी देशव्यापी बेमियादी हड़ताल के आह्वान को मजबूर हुआ. उन्होंने प्रस्तावित हड़ताल से प्रतिदिन करीब दो हजार करोड़ रुपये नुकसान के आसार जताये हैं.
करीब 93 लाख ट्रक हड़ताल में होंगे शामिल
ट्रक ओनर्स एसोसिएशन ऑफ बंगाल के उपाध्यक्ष तपन भादुड़ी ने कहा है कि प्रस्तावित हड़ताल के दौरान राज्य में ओवरलोडिंग की समस्याओं के खिलाफ भी विरोध किया जायेगा. कई हादसों का कारण ओवरलोडिंग बनता है, अत: संगठन इसका समर्थन नहीं कर सकता.
एसके मित्तल ने बताया कि देश में एआइएमटीसी संगठन काफी पुराना और इसका काफी विस्तार है. संगठन से करीब 93 लाख ट्रक ऑपरटर्स जुड़े हुए हैं. साथ ही करीब 50 लाख बस और टूरिस्ट बस ऑपरटेर्स भी संगठन से जुड़े हैं.
प्रस्तावित हड़ताल में 93 लाख ट्रकों का चक्का थमने के आसार हैं. इधर बिहार मेें बस ऑपरेटर्स कॉनफेडरेशन ऑफ इंडिया (बीओसीआइ) के चेयरमैन और एआइएमटीसी मैनेजिंग कमेटी (ईस्ट जोन) के सदस्य सोहन सिंह ने कहा है कि प्रस्तावित हड़ताल को देशभर के सभी छोटे-बड़े ट्रांसपोर्ट्स का तो समर्थन मिल ही रहा है, साथ ही प्राइवेट बस ऑपरेटर्स भी इसका नैतिक समर्थन कर रहे हैं. जनता को हड़ताल से परेशानी ना हो इसके लिए जरूरत के सामान लेकर जानेवाले ट्रांसपोर्ट इससे दूर रहेंगे.
क्या हैं प्रमुख मांगें
पेट्रोल-डीजल की कीमत में कटौती हो, मूल्यवृद्धि असमय नहीं हो जबकि हर 3 महीने में इसका संशोधन हो
देश में ट्रांसपोर्टर के लिए टोल बेरियर मुक्त हो
थर्ड पार्टी बीमा प्रीमियम में जीएसटी में छूट दी जाये
ट्रांसपोर्ट व्यापार पैट टीडीएस खत्म किया जाये
बसों ओर पर्यटन वाहनों को नेशनल परमिट दिया जाये
हड़ताल में शामिल नहीं होगा एफडब्ल्यूबीटीओए
कोलकाता. ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस (एआइएमटीसी) ने 20 जुलाई को देशव्यापी बेमियादी ट्रांसपोर्ट (ट्रक) हड़ताल का आह्वान किया है. प्रस्तावित हड़ताल में फेडरेशन ऑफ वेस्ट बंगाल ट्रक ऑपरेटर्स एसोसिएशन (एफडब्ल्यूबीटीओए) शामिल नहीं होगा. इसकी जानकारी एफडब्ल्यूबीटीओए संयुक्त सचिव प्रबीर दे ने दी है. उन्होंने कहा कि एआइएमटीसी की प्रस्तावित हड़ताल में पश्चिम बंगाल में ट्रक ऑपरेटर्स की समस्याओं और मांगों को शामिल नहीं किया गया है. ऐसे में प्रस्तावित हड़ताल मेें शामिल होने का कोई मतलब नहीं है.

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