कोलकाता : कोलकाता पुलिस ने संतोष मित्र स्क्वायर में दुर्गा पूजा पंडाल के भीतर कथित तौर पर इलेक्ट्रिकल शाॅर्ट सर्किट होने के बाद वहां लोगों के प्रवेश और दर्शन पर रोक लगा दी, लेकिन कुछ घंटे बाद लोकनिर्माण विभाग से प्रमाण पत्र मिलने पर श्रद्धालुओं को दर्शन की अनुमति दे दी गयी.
लोक निर्माण विभाग के सिविल और इलेक्ट्रानिक दलों ने पंडाल का निरीक्षण किया और फिर दर्शन के उपयुक्त होने का प्रमाण पत्र दिया. इसके बाद पुलिस ने लोगों को पंडाल में जाने की इजाजत दे दी.
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विभाग के इंजीनियरों ने कहा, ‘हमने इल्केट्रिकल तारों की जांच की और उनको ढकने के लिए कुछ एहतियाती टेप लगाये. हमें नहीं लगता कि इलेक्ट्रिक सर्किट से किसी तरह की दिक्कत होगी. पंडाल के ढांचे को लेकर किसी तरह की समस्या नहीं है और यह जनता के दर्शन के लिए पूरी तरह उपुयक्त है. कोलकाता पुलिस को लोक निर्माण विभाग के इंजीनियरों से लिखित अनापत्ति प्रमाण पत्र मिला.
अग्निशमन विभाग ने भी पूजा पंडाल का निरीक्षण किया और इंतजामों को स्वीकृति प्रदान की. कोलकाता पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, शिवार देर रात करीब 1:10 बजे संतोष मित्र स्क्वायर के पूजा पंडाल के अंदर से धुआं निकलता देखा गया. इसके बाद दुर्गा की मूर्ति के दर्शन करने पर रोक लगा दी गयी.
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उन्होंने कहा था, ‘करीब आधी रात को पंडाल के अंदर से जोर की आवाज सुनी गयी. उस समय पंडाल में कई हजार लोग मौजूद थे. कुछ देर बाद हमारे कुछ पुलिस अधिकारियों ने पंडाल के ऊपर बने लैंप से धुंआ निकलते देखा. इसके बाद सुरक्षा की दृष्टि से लोगों को पूजा पंडाल के दर्शन करने से रोकने का निर्णय किया गया.
दूसरी तरफ, पूजा के आयोजकों ने शाॅर्ट सर्किट की घटना से इन्कार कर दिया और आरोप लगाया कि पुलिस दर्शन के लिए आनेवाली भारी भीड़ को नियंत्रित करने में नाकाम हो रही थी, इसलिए दर्शन पर रोक लगा दी. संतोष मित्र स्क्वायर पूजा समिति के अध्यक्ष प्रदीप घोष ने कहा, ‘हम खुश हैं कि प्रशासन ने अपना फैसला रद्द कर दिया और पूजा पंडाल को आम लोगों के लिए खोल दिया. परंतु जो कुछ हुआ, उसकी उम्मीद नहीं थी.’
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उन्होंने कहा, ‘यह पूरी तरह से बकवास बात है. पूजा पंडाल के अंदर से किसी तरह का धुआं नहीं था. यदि किसी तरह की आग लगी होती, तो उसका धुआं पूजा पंडाल के अंदर भी दिखाई देता. यह और कुछ नहीं, कोलकाता पुलिस की साजिश है, क्योंकि वह यहां पूजा के लिए आनेवाली भारी भीड़ को नियंत्रित करने में नाकाम हो गयी थी.’
उन्होंने कहा, ‘कोलकाता पुलिस का रवैया पूजा के दौरान बहुत असहयोग भरा रहा. मुझे पता है कि कोलकाता पुलिस कुछ प्रभावशाली लोगों के निर्देश पर यह कर रही है. उन लोगों को हमसे जलन हो रही है, क्योंकि हमारे पंडाल में दूसरों पंडालों की तुलना में ज्यादा लोग आ रहे हैं.’