पिछले तीन दिनों से दक्षिण बंगाल के विभिन्न हिस्सों में लगातार बारिश हो रही है. बीरभूम, बांकुड़ा, पश्चिम मेदिनीपुर, हुगली और बर्दवान जिले ज्यादा प्रभावित हैं. इन जिलों के कुछ निचले इलाकों में बारिश का पानी जमा हो गया है, जिससे सैकड़ों परिवार प्रभावित हैं. हालात को देखते हुए राज्य सरकार ने सभी प्रभावित जिलों में मेडिकल टीम भेजने का फैसला किया है. कोलकाता में भी जलजमाव की समस्या देखी जा रही है.
कोलकाता: राज्य में शनिवार से लगातार बारिश हो रही है. इसके चलते बीरभूम, बांकुड़ा, पश्चिम मेदिनीपर, हुगली, बर्दवान, मुर्शिदाबाद और उत्तर 24 परगना जिले के कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. निचले इलाके सबसे अधिक प्रभावित हैं.
बीरभूम जिले में कोपाई, म्यूराक्षी व बक्रेश्वर नदी उफान पर है. कुंये नदी के पानी ने लाभपुर-लाघाटा ब्रिज को डूबो दिया है. कई गांवों में पानी भर गया है. बांकुड़ा में कंसावती, शिलावती, द्वारकेश्वर, भैरोबाकी, गंधेश्वरी, शाली, बिड़ाई नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. सोनामुखी व पात्रसावर में पानी भर चुका है. पश्चिम मेदिनीपुर के चंद्रकोण का एक बड़ा इलाका जलमग्न है. केशपुर, पिंगला, डेबरा और घाटाल में भी यही स्थिति है. मुर्शिदाबाद जिले का वैद्यनाथपुर इलाका बुरी तरह प्रभावित है. बर्दवान जिले में खड़ी नदी का पानी नर्जा पुल के ऊपर से बह रहा है. दामोदर व अजय नदी के जलस्तर में काफी वृद्धि हुई है. हुगली के आरामबाग शहर के कई इलाके बारिश से जलमग्न हो गये हैं. पांडुवा से चुंचुड़ा तक खेतिहर जमीन पानी में डूब गयी है. उत्तर 24 परगना में बशीरहाट नगरपालिका के कई वार्ड जलमग्न हैं. डायमंड हार्बर नगरपालिका इलाके में भी यही स्थिति है. नदियों का पानी गांवों में घुसने के कारण राज्य के कई इलाकों में लोग आने-जाने के लिए नाव का इस्तेमाल कर रहे हैं.
प्रभावित इलाकों में सरकार की आेर से राहत सामग्री का वितरण शुरू कर दिया गया है. लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है. बांधों की लगातार निगरानी की जा रही है. फिलहाल स्थिति में सुधार होने की संभावना नहीं दिख रही है, क्योंकि मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे तक भारी बारिश की संभावना जतायी है.