कोई भी यह तय नहीं कर सकता है कि दूसरे लोग क्या खाये व क्या पीयें. 1947 के बाद पश्चिम बंगाल में कोई बड़ा सांप्रदायिक दंगा नहीं हुआ था, पर अब होने लगा है. यह सब ममता बनर्जी आैर तृणमूल कांग्रेस के कारण हो रहा है, जो हिंदू व मुसलमानों को बांटने का प्रयास कर रहे हैं. श्री बोस ने कहा कि मुसलिम राष्ट्रीय मंच मुसलमानों को शिक्षा व रोजगार दिलाने के लिए पश्चिम बंगाल में अभियान चलायेगा. मुसलमानों को भी उनका अधिकार मिलना चाहिए. पर उन्हें केवल राजनीति के लिए इस्तेमाल कर उन्हें उनके अधिकारों से वंचित किया जा रहा है.
भाजपा नेता ने कहा कि आरएसएस मुसलिम विरोधी नहीं है. कांग्रेस ने अपने सियासी फायदे के लिए आरएसएस को बदनाम किया है. जबकि हकीकत तो यह है कि सबसे बड़ी सांप्रदायिक स्वयं कांग्रेस है. बंगाल के मुसलमानों के बीच अपनी पैठ मजबूत बनाने के लिए मुसलिम राष्ट्रीय मंच ने अपनी प्रदेश इकाई लांच की है.