बर्दवान/पानागढ़. भारी बारिश व डीवीसी से छोड़ी गयी बड़ी जलराशि के चलते पूर्व बर्दवान जिले के नदियों से लगे तटीय व निचले क्षेत्रों में बाढ़ आ गयी है. कई क्षेत्र पानी में पूरी तरह तो कुछ अन्य आंशिक रूप से डूब गये हैं. पूर्व बर्दवान की जिलाधिकारी(डीएम) ने जिले में पीड़ितों के राहत व बचाव कार्य में प्रशासनिक अधिकारियों को लगा दिया है. बताया है कि दुर्गापुर बैराज से अतिरिक्त जल छोड़े जाने से नदी के आसपास के क्षेत्रों पर विशेष नजर रखी जा रही है. कई जल-प्लावित क्षेत्रों में एहतियातन बिजली का कनेक्शन काट दिया गया है, ताकि करंट से कोई अनहोनी ना हो. अब तक दुर्गापुर बैराज से करीब 130,000 घनफुट (क्यूसेक) पानी छोड़ा जा चुका है. इधर, जिला प्रशासन की ओर से बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में लगातार माइकिंग करके बताया जा रहा है कि सैलाब के हालात को लेकर किसी भी अफवाह पर ध्यान ना दें. निचले इलाकों में हैं, तो यथासंभव ऊंचे व सुरक्षित स्थानों पर जायें. अपने पास तिरपाल व अन्य जरूरी राहत सामान साथ रखें. कई प्रभावित क्षेत्रों में जाकर पीड़ितों को प्रशासनिक अधिकारियों ने तिरपाल बांटे हैं. जिले के विभिन्न क्षेत्रों में 25 कुकिंग कैंप लगाये गये हैं. निचले इलाकों से अब तक सैकड़ों लोगों को ऊंचे व सुरक्षित राहत शिविरों में पहुंचाया गया है. बाढ़ से चौतरफा घिर कर फंसे अन्य पीड़ितों को सूखा व पका हुआ भोजन राहतकर्मी जाकर पहुंचा रहे हैं. प्रशासनिक अधिकारी हर क्षेत्र से संपर्क बनाये हुए हैं. उधर, समुदाय विकास अधिकारी भी सैलाब प्रभावित क्षेत्रों का जायजा ले रहे हैं. बीते कुछ दिनों की लगातार बारिश के कारण जिले में नदियां उफान पर हैं और लगभग हर तटीय ब्लॉक क्षेत्र में कटाव व क्षति हो रही है. विभिन्न बांधों से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने से बाढ़ के हालात बदतर होते जा रहे हैं. नदियों को जलस्तर बढ़ता जा रहा है. इस आपदा में जमालपुर में कई कच्चे घर ढह गये हैं अथवा कई अन्य को भारी क्षति पहुंची है. दामोदर नदी में भी पानी बढ़ता जा रहा है. इसके मद्देनजर बीडीओ पार्थसारथी दे, विधायक आलोक कुमार मांझी और तृणमूल के ब्लॉक अध्यक्ष के साथ-साथ पंचायत समिति के कार्यकारी अधिकारी महमूद खान का राहत व बचाव कार्य पर जोर है. विधायक आलोक कुमार मांझी ने जोतश्रीराम क्षेत्र के अमरपुर नौकाघाट का जायजा लिया. बीडीओ पार्थसारथी दे और विधायक ने माधवपुर गांव में कुछ क्षतिग्रस्त घरों का निरीक्षण किया और पीड़ितों को तिरपाल बांटे. बीडीओ ने कहा कि ब्लॉक के सभी घाट बंद हैं. दामोदर का जल-स्तर बढ़ने से लगातार माइकिंग की जा रही है. प्रखंड प्रशासन का नियंत्रण-कक्ष खोल दिया गया है. यह भी बताया कि जो लोग बनबीटला हाइ स्कूल के राहत शिविर में थे, वे लोग रविवार को घर लौट आये. नदी किनारे के गांवों के लोगों को आश्वस्त किया गया है कि फिक्र की बात नहीं है. उनके साथ प्रखंड प्रशासन है. एसडीओ-सिंचाई नीलाद्रि दे ने भी बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का मुआयना किया. निरीक्षण करने के बाद प्रशासनिक अधिकारी रिपोर्ट बना कर डीएम को भेज रहे हैं.
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