मांगों को लेकर कोयला खदान श्रमिक कांग्रेस का उग्र प्रदर्शन, आश्वासन के बाद खत्म हुआ आंदोलन अंडाल. केंदा क्षेत्र की सीएल जामबाद ओपन कास्ट प्रोजेक्ट (ओसीपी) में कोयला खदान श्रमिक कांग्रेस (केकेएससी) के सदस्यों ने शुक्रवार को विभिन्न मांगों को लेकर प्रबंधन के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया. इस दौरान यूनियन सदस्यों ने ओसीपी के एजेंट अरुण कुमार, प्रबंधक वंशी राम, कार्मिक प्रबंधक रंजीत कुमार, सेफ्टी ऑफिसर विक्रम राम और अभियंता शशी प्रकाश को उनके कार्यालय में करीब तीन घंटे तक बंधक बनाकर रखा.
तीन घंटे बाद बातचीत से बनी सहमति
करीब तीन घंटे तक चले तनावपूर्ण माहौल के बाद अधिकारियों और यूनियन नेताओं के बीच बातचीत हुई. प्रबंधन द्वारा सभी मांगें पूरी करने का आश्वासन दिए जाने के बाद आंदोलन समाप्त कर दिया गया. शाखा अध्यक्ष गौर पाल, सचिव गौतम पांडेय और चेयरमैन शिबराम ने बताया कि 10 अक्टूबर को ओसीपी प्रबंधन को एक नोटिस देकर बैठक बुलाने की मांग की गयी थी, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. इसके बाद मजबूर होकर श्रमिकों ने घेराव का रास्ता अपनाया.
यूनियन ने लगाया मनमानी का आरोप
नेताओं का आरोप है कि प्रबंधन जानबूझकर ओसीपी को बंद करने की साजिश कर रहा है और श्रमिकों को परेशान किया जा रहा है. यूनियन ने साफ कहा कि जब तक केकेएससी सक्रिय है, तब तक प्रबंधन को मनमानी नहीं करने दी जाएगी.वहीं, ओसीपी एजेंट अरुण कुमार ने कहा कि उन्हें यूनियन की मांगों की जानकारी नहीं है, क्योंकि कोई औपचारिक मांग पत्र प्राप्त नहीं हुआ है. उन्होंने बताया कि यूनियन प्रतिनिधियों से बातचीत का प्रयास किया जा रहा है ताकि विवाद सुलझाया जा सके.
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