पश्चिम बंगाल में रहने वाली प्रत्येक मां बंगाल की बेटी और मां है कुछ राज्यों में बांग्लाभाषियों को अपमानित कर उनके अधिकार छीने जा रहे आसनसोल. वर्ष 2026 के विधानसभा चुनाव को देखते हुए तृणमूल कांग्रेस ने तैयारियां तेज कर दी हैं. सांगठनिक इकाइयों को लेकर जिला कमेटी स्तर पर बैठकों का दौर जारी है. इसी क्रम में रविवार को पश्चिम बर्दवान महिला तृणमूल कांग्रेस की ओर से “महिलादेर शक्ति मूल, दीदीर तैयारी तृणमूल” की तर्ज पर रवींद्र भवन, आसनसोल में कार्यकर्ता सभा आयोजित की गयी.
कार्यक्रम का संचालन जिला महिला तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष कहकसा रियाज ने किया. इस मौके पर राज्य की शहरी विकास मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) चंद्रिमा भट्टाचार्य मुख्य वक्ता रहीं. जिला कमेटी के पदाधिकारियों ने उन्हें पुष्पगुच्छ और मोमेंटो देकर सम्मानित किया.सभा के माध्यम से मंत्री ने महिला कार्यकर्ताओं से मिलजुलकर संगठन को मजबूत करने और ब्लॉक स्तर पर सक्रियता बढ़ाने का आह्वान किया. उन्होंने विभिन्न ब्लॉकों के कार्यों की समीक्षा भी की.
‘बंगाली पहचान और स्वतंत्रता संग्राम में योगदान को न भूलें’
अपने संबोधन में चंद्रिमा भट्टाचार्य ने कहा कि पश्चिम बंगाल की हर मां राज्य की बेटी और मां है, उसी तरह बांग्ला भाषा भी हमारी मां है. उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ राज्यों में बांग्लाभाषियों के साथ भेदभाव हो रहा है, जो अस्वीकार्य है. “यदि देश के किसी भी कोने में बंगालियों को अधिकार से वंचित किया जायेगा, तो हमें उसके लिए संघर्ष करना होगा,” उन्होंने कहा. मंत्री ने स्वतंत्रता संग्राम में बंगालियों की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि 70-80 प्रतिशत स्वतंत्रता सेनानी बंगाली थे. उन्होंने बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय के ‘वंदे मातरम्’ और रवींद्रनाथ ठाकुर के ‘जन गण मन’ का उल्लेख किया, साथ ही 1905 में राखी पूर्णिमा पर भाईचारे का संदेश देने की परंपरा को याद किया.
उन्होंने संविधान निर्माण की प्रक्रिया और 26 जनवरी 1950 को गणतांत्रिक अधिकार मिलने का इतिहास भी साझा किया, और कहा कि पश्चिम बंगाल ने देश को हमेशा नयी दिशा दी है. मौके पर तृणमूल जिलाध्यक्ष नरेंद्र नाथ चक्रवर्ती, विधायक हरेराम सिंह, निगम के उपमेयर अभिजीत घटक, चेयरमैन अमरनाथ चटर्जी, पार्षद श्रावणी मंडल, अल्पना बनर्जी सहित कई नेता मौजूद रहे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

