जामुड़िया. पश्चिम बंगाल सहित पूरे देश में मतदाता सूची से संबंधित मुद्दे इन दिनों चर्चा में हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश पर तृणमूल कांग्रेस ने ””””बांग्लार मत रक्षा अभियान”””” शुरू किया है, जिसका उद्देश्य मतदाता सूची में फर्जी मतदाताओं की पहचान करना है. इस अभियान के तहत शुक्रवार को जामुड़िया के ईसीएल कुनुस्तोड़िया एरिया स्थित टैगोर मेमोरियल हॉल में एक ब्लॉक स्तरीय बैठक का आयोजन किया गया. इस बैठक की अध्यक्षता जामुड़िया ब्लॉक दो टीएमसी अध्यक्ष सिद्धार्थ राणा ने की. बैठक में कई महत्वपूर्ण नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए, जिनमें तृणमूल कांग्रेस के राज्य सचिव वी. शिवदासन दासु, जामुड़िया के विधायक हरेराम सिंह, जिला परिषद सदस्य पुतुल बनर्जी, लतीफा काजी, दिनेश चक्रवर्ती, उदीप सिंह, असित मंडल, तपसी ग्राम पंचायत की प्रधान बिणापानी बाउरी, तपसी अंचल तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष जगन्नाथ सेठ, राजू मुखर्जी, सोमनाथ चक्रवर्ती, बीजू बनर्जी, और आदित्य लाहा प्रमुख थे. बैठक के दौरान मतदाता सूची की गहन जांच पर जोर दिया गया. तृणमूल कांग्रेस के राज्य सचिव वी शिवदासन दासू ने आरोप लगाया कि भाजपा चुनाव आयोग के माध्यम से मतदाता सूची में हेरफेर करने की कोशिश कर रही है.उन्होंने कहा कि जिस तरह बिहार, दिल्ली और महाराष्ट्र में असली मतदाताओं के नाम हटाकर फर्जी नाम जोड़े गये, वैसा बंगाल में नहीं होने दिया जायेगा. उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपने-अपने बूथों पर सतर्क रहने का आग्रह किया. वहीं, जामुड़िया के विधायक हरेराम सिंह ने घुसपैठ के मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरा. उन्होंने कहा कि अगर घुसपैठ हो रही है, तो यह केंद्र सरकार की जिम्मेदारी है कि वह सीमा की सुरक्षा सुनिश्चित करे, क्योंकि सीमा सुरक्षा बल केंद्र के अधीन है. उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर सीमा पर घुसपैठ को रोकने में विफल रहती है, तो इसका दोष राज्य सरकार पर नहीं लगाया जा सकता. उन्होंने जोर देकर कहा कि ममता बनर्जी और अभिषेक बनर्जी के नेतृत्व में तृणमूल कांग्रेस अपने असली मतदाताओं के अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और बंगाल में भाजपा की कोई भी चाल कामयाब नहीं होनेवाली है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

