आसनसोल/कुल्टी. अवैध संबंध के दौरान लिये गये कुछ आपत्तिजनक फोटो को वायरल करने के कारण चिनाकुड़ी नोनिया बस्ती इलाके के निवासी गोपाल महतो की हत्या कर दी गयी. मामले की प्राथमिक जांच में पुलिस को यह जानकारी मिली है. मामले की गहन जांच में पुलिस लगी हुई है. मृतक की पत्नी कोमल देवी की शिकायत पर मुख्य आरोपी अनिल नोनिया की पत्नी हिना देवी को गिरफ्तार कर बुधवार को जिला अदालत में चालान किया. जांच अधिकारी नियामतपुर पुलिस फांड़ी के अवर निरीक्षक मिलन भुईं ने आरोपी की सात दिनों की पुलिस रिमांड की अपील की. अदालत ने पांच दिनों की पुलिस रिमांड मंजूर की. कोमल देवी ने मामले में कुल 10 लोगों को नामजद आरोपी बताया है. इनमें चिनाकुड़ी नोनिया बस्ती का अनिल नोनिया, उसकी पत्नी हिना नोनिया, कृष्णा नोनिया, रॉकी नोनिया, पंकज नोनिया, रितेश नोनिया, अक्षय नोनिया, शांति देवी, चुमकी देवी व प्रमिला देवी के नाम शामिल हैं. शिकायत के आधार पर इनके खिलाफ बीएनएस की धारा 332/103/238/61(2)/3(5) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है. गौरतलब है कि सोमवार रात को गोपाल महतो को अगवा किया गया और बुरी तरह पिटाई करके शीतलपुर डिस्पेंसरी मैदान के पास छोड़ दिया गया. सूचना मिलते ही पुलिस वहां पहुंची और गोपाल को उठा कर जिला अस्पताल ले गयी, जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित किया. मृतक की पत्नी ने अपनी शिकायत में कहा कि 18 अगस्त रात 8:45 बजे उक्त 10 नामजद आरोपी रॉड, लाठी, डंडों के साथ उनके घर में आ धमके और उसके पति गोपाल महतो को पीटते हुए घर से बाहर निकले और बाहर खड़ी चौपहिया गाड़ी में जबरन बैठा कर ले गये. बेदम पिटाई से अधमरा करके गोपाल महतो को शीतलपुर डिस्पेंसरी मैदान में फेंक दिया गया. अस्पताल ले जाने पर चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया. घटना को लेकर इलाके में तनाव है.
हत्या की अंदरूनी कहानी
जांच के दौरान जो बातें सामने आयी है उसके अनुसार अनिल नोनिया करीब डेढ़ वर्षों तक गांजा तस्करी के एक मामले में जेल के था. इसी दौरान कथित तौर पर उसकी पत्नी के साथ गोपाल महतो का अवैध संबंध स्थापित हुआ. गोपाल ने अनिल की पत्नी का कुछ आपत्तिजनक फोटो लिया था. अनिल के जेल से बाहर निकलने पर भी वह उसकी पत्नी के साथ अवैध संबंध को बनाये रखना चाहता था. जिसे लेकर काफी तनाव की स्थिति बनी. इसी समय अनिल की पत्नी का कुछ फोटो वायरल हुआ. जिसके बाद ही इस घटना को अंजाम दिया गया. सूत्रों के अनुसार उसे जान से मारने का इनलोगों का कोई इरादा नहीं था. उसे सबक सिखाना था, लेकिन पिटाई कुछ ज्यादा हो गयी, जिसमें गोपाल की जान चली गयी. पुलिस इन सारे पहलुओं पर साक्ष्य जुटाने में लगी हुई है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

