रानीगंज.
मंगलवार को यहां पंजाबी मोड़ के नीचे के इलाके में दुकान लगाने को लेकर विवाद पैदा हो गया. स्थानीय दुकानदारों और रानीगंज के व्यवसायी रंजीत केसरी के बीच इस मुद्दे पर तीखी बहस हुई. मिली जानकारी के मुताबिक यहां के कुछ दुकानदार लंबे समय से सड़क के किनारे लंबे अरसे से अपनी दुकानें (गुमटी) लगा रहे थे, हालांकि, हाल ही में पीडब्ल्यूडी (लोक निर्माण विभाग) ने नाली निर्माण के लिए उन्हें अस्थायी रूप से हटा दिया था.अब जब नाली का काम पूरा हो गया है, तो पीडब्ल्यूडी ने दुकानदारों को फिर से दुकान लगाने की अनुमति दे दी है.मंगलवार जब दुकानदार पुनः दुकान पुराने स्थान पर लगाने गए तो रंजीत केसरी न ने दुकानदारों को दुकान लगाने से रोक दिया. उनका कहना है कि यह जमीन उनकी निजी संपत्ति है,उनके जमीन पर दुकानें नहीं लगाने दी जाएगी,जल्दी ही जमीन पर बाउंडरी कर दी जायेगी. घटना की जानकारी मिलने पर, टीएमसी पार्षद नेहा साव मौके पर पहुंचीं और उन्होंने स्थिति का जायजा लिया.उन्होंने कहा कि 20-25 दुकानदार पिछले 25 वर्षों से यहां अपनी दुकानें लगा रहे हैं. उन्होंने रंजीत केसरी के दावे को खारिज करते हुए कहा कि यह जमीन पीडब्ल्यूडी की है. पार्षद नेहा साव ने दुकानदारों का समर्थन किया और कहा कि उन्हें अपनी दुकानें लगाने से रोका नहीं जाएगा. उन्होंने कहा कि पीडब्ल्यूडी ने नाली निर्माण के बाद दुकानदारों को फिर से दुकान लगाने की अनुमति दी है. पार्षद नेहा साव ने कहा कि वह इस मुद्दे को पीडब्ल्यूडी अधिकारियों के सामने उठाएंगी और यह सुनिश्चित करेंगी कि दुकानदारों को शांतिपूर्वक अपनी दुकानें लगाने की अनुमति दी जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है