अवैध रूप से चल रही थी पत्थर खदान
बीरभूम. जिले के नलहाटी थाना इलाके के बहादुरपुर में शुक्रवार दोपहर पत्थर खदान धंसने की घटना में छह श्रमिकों की मौत हो गयी थी जबकि तीन लोग अस्पताल में भर्ती हैं. घटना के बाद पत्थर खदान के मालिक संजीव घोष उर्फ भूलु फरार हो गया था. पुलिस ने संजीव को गिरफ्तार कर लिया है. रविवार को गिरफ्तार संजीव को पुलिस ने रामपुरहाट महकमा अदालत में पेश किया. पुलिस ने संजीव को रिमांड पर लेने के लिए अदालत में आवेदन किया है.अवैध खदान संचालन और सुरक्षा की अनदेखी : घटना के बाद स्थानीय लोगों ने बताया कि संजीव घोष अवैध रूप से पत्थर खदान चला रहा था. वहां किसी तरह की कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं थी. इस मुद्दे पर जिला कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष मिल्टन रशीद ने एनआइए जांच की मांग की है. उन्होंने भी दावा किया है कि संजीव उक्त पत्थर खदान अवैध रूप से चला रहा था. इस अभिशप्त खदान में हुए धंसान की चपेट में आकर छह श्रमिकों की मौत हो गयी और तीन अब भी जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं.
पीड़ित परिवारों का गुस्सा और मुआवजे की मांग
इतनी बड़ी घटना के बावजूद शासक दल अथवा विपक्षी दल की ओर से कोई टिप्पणी नहीं आई है. मृतक और घायल श्रमिकों के परिवारों में गहरा आक्रोश देखा जा रहा है. शनिवार शाम को मृतकों के शव गांव पहुंचने पर पूरे गांव में मातम पसर गया. महिलाओं और बच्चियों के क्रंदन ने मौजूद लोगों के हृदय को गहराई तक झकझोर दिया.रोजी-रोटी और परिवार की मजबूरी में ये श्रमिक महज 600 से 800 रुपये की दैनिक मजदूरी पर इस अवैध खदान में काम कर रहे थे. स्थानीय लोगों का आरोप है कि मृतकों के परिवारों के लिए अब तक मुआवजे की घोषणा तक नहीं हुई है. मृतक लाल बालू शेख, शमीउल मुल्ला, हजरत अली, रथू मंडल आदि के परिवारों का कहना है कि संजीव घोष इस अवैध खदान से लाखों-करोड़ों रुपये कमा रहा था, इसलिए उसे मुआवजा देना होगा. अन्यथा यहां जोरदार आंदोलन शुरू किया जायेगा.
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