भूकंप के दो झटकों के बाद सभी निवासी निकल आये सड़कों पर
आसनसोल : आसनसोल शहर सहित पूरे महकमा क्षेत्र में शनिवार को 11.34 बजे तथा 11.49 बजे भूकंप के दो झटके महसूस किये गये. पहला कंपन 48 सेकेंड का तथा दूसरा कंपन 38 सेकेंड का था.
इसके कारण पूरे महकमा में अफरा-तफरी मच गयी. लोग आवास व कार्यालयों से बाहर निकल कर खुले स्थानों पर जमा हो गये. सैक ड़ो ं निवासियों के चक्कर आने से वे अस्वस्थ हो गये. प्रेम नगर सहित विभिन्न इलाकों में कई मकान, औद्योगिक परिसरों व वाणिज्यिक भवनों तथा मॉलों में दरारें पड़ गयी. मॉलों से ग्राहकों को बाहर निकलने का आदेश जारी किया गया.
इस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड (इसीएल) ने सभी क्षेत्रीय महाप्रबंधकों को अलर्ट किया है तथा भूमिगत खदानों में सुरक्षा कीपुख्ता व्यवस्था की जांच करने के बाद ही खनन करने का निर्देश दिया है. महकमा में भारी क्षति की कोई सूचना नहीं है.
शनिवार की सुबह 11:34 बजे अचानक भूकंप की कंपन महसूस की जाने लगी. घरों व कार्यालयों में रखी सामग्रियां हिलने लगी. कई लोग बिछावनों से नीचे गिर गये. इसके बाद सभी ने अपने-अपने घरों, कार्यालयों से बाहर निकलना शुरू कर दिया. सरकारी व निजी कार्यालयों में भी यही स्थिति रही.
कईयों को चक्कर आने लगे और वे अस्वस्थ हो गये. सभी खुले स्थान व सड़क पर आकर एक दूसरे से इसकी चर्चा करने लगे. आसनसोल बाजार, गोपालपुर, अपकार गार्डेन, गोराई रोड, उषा ग्राम, कुमारपुर, कल्याणपुर हाउसिंग आदि क्षेत्रों के फ्लैटों में रहने वाले अपने-अपने घरों से निकल कर सड़क पर आ गये. मालती मंगल प्लाजा के एक फ्लैट और बिग बाजार में एक स्टॉल के सामने दीवार पर दरारें उभर आयी. प्रेम नगर के कई आवासों में दरारें पड़ गयी. दुकानदारों ने शटर गिरा दी. एसबी गोराई रोड के समीप एक दुकान का छज्जा गिर गया.
बीबी कॉलेज में गवर्निग बॉडी की बैठक में शामिल श्रम मंत्री मलय घटक, अधिकारी, छात्र नेता आदि भूकंप के झटके महसूस होते ही कमरे से बाहर चले आये. प्रशासनिक कथा भवन में आसनसोल नगर निगम व कुल्टी नगरपालिका के विकास कार्यो की समीक्षात्मक बैठक कर रहे जिलाशासक डॉ सौमित्र मोहन समेत सभी अधिकारी कथा भवन से निकल कर बाहर चले आये.
बर्नपुर अस्पताल में भगदड़ की स्थिति बनने लगी. अस्पताल के सिक्यूरिटी गार्ड व चिकित्सकों ने उन्हें शांत किया.
इस्को स्टील प्लांट के पीआरओ भास्कर कुमार ने कहा कि भूकंप के झटके से आईएसपी में किसी प्रकार की कोई क्षति नहीं हुयी है. गलेक्सी मॉल में भी झटके महसूस होने के बाद अफरा तफरी मच गयी. इसके 15 मिनट बाद फिर से कुछ इलाकों में भूकंप के झटके महसूस किये गये. लेकिन इस बार समय व तीव्रता कम रही. बर्नपुर के निवासियों का दावा है कि अपराह्न् 03.05 बजे भी भूकंप के झटके महसूस किये गये.
भूकंप के झटकों के बाद नगर निगम प्रशासन व जिला प्रशासन सक्रिय हो गया. पूरे महकमा क्षेत्र में इसके प्रभावों की जानकारी लेनी शुरू कर दी गयी. कहीं भी बड़ी घटना नहीं होने पर प्रशासन ने राहत की सांस ली. निगम प्रशासक तापस बनर्जी ने कहा कि जानकारी ली जा रही है. जरूरत पड़ने पर निगम के स्तर से पीड़ितों को मदद की जायेगी.
भूकंप के बाद इसीएल प्रबंधन ने सभी क्षेत्रीय महाप्रबंधकों को अलर्ट संदेश भेजा. कंपनी के सीएमडी के तकननीकी सचिव नीलाद्री राय ने कहा कि अधिक डैमेज की आशंका भूमिगत खदानों में रहती है.
सभी खदान प्रबंधकों व महा प्रबंधकों को सूचना दी गयी है कि वे खदान के भीतर सुरक्षा उपायों की सघन जांच कर ले. स्टॉपिंग के क्षतिग्रस्त होने, चाल घंसने आदि पर नजर रखने की जरूरत है. सुरक्षा मानदंडों की जांच के बाद ही उत्पादन व अन्य आपात कालीन कार्य होने चाहिए.
क्या करें भूकंप से पहले
घर, फ्लैट खरीदते या बनाते समय भूकंप रोधक पहलू पर जोर दें. कानूनी पफ्रावधान तथा बीआइएस कोड का पालन करें. इंजीनियर व आर्किटेट से भूकंप रोधक रेटरो फिटिंग जरूर कराये.
सुरक्षित दीवार, स्टडी टेबल को भूकंप रोधक जोन में रखे. टॉर्च, पानी, ट्रांजिस्टर, फस्र्ट एड किट, सूखा भोजन सामग्री आदि खास स्थल पर रखे. आपातकालीन किट हमेशा रेडी रखे. फस्र्ट एड का बुनियादी प्रशिक्षण अवश्य लेकर रखे. फस्र्ट एड टीम गठित करें तथा उसे रेस्क्यू का प्रशिक्षण दे.
क्या करें भूकंप के दौरान
शांत रहे तथा आतंक न फैलाये. यदि घर या भवन के भीतर के भीतर हो तो दरवाजे, स्टेयर्स तथा बॉलकोनी की ओर ने भागे. खिड़की व भारी फर्नीचर से दूर रहे. इनर डोर फ्रेम के लिंटन, बड़े टेबल तथा बेड के नीचे छिपने की कोशिश करें. बिजली लाइन व कुकिंग गैस बंद कर दें.
निर्माणाधीन क्षेत्र में यदि सड़क पर हो तो भवनों से दूर चले जाये. स्लॉप, स्ट्रीट लाइट, पावर लाइन, होर्डिग, फ्लाई ओवर से दूर रहे तथा खुले स्थान में चले जाये. वाहन चलाने के समय फ्लाई ओवर, स्ट्रीट लाइट, पावर लाइन से दूर रहे तथा वाहन के अंदर रहने की कोशिश करें.
क्या करें भूकंप के बाद
जांच करें कि आप या अन्य कोई घायल तो नहीं है? फस्र्ट एड करे तथा मेडिकल हेल्प का इंतजार करे. शांत रहे तथा खुद को अगली चुनौती के लिए तैयार करें, क्योंकि भूकंप का असर इसके बाद दिखता है.
बिजली व कूकिंग गैस उपकरणों को चालू न करें. गलियों व सड़कों को साफ रखे, ताकिआपातकालीन सेवा में बाधा न पहुंचे. घर व भवन की क्षति का आकलन करें तथा भवन में अधिक दरारें होने के बाद उसमें निवास न करे. न तो पानी बर्बाद करें और ने टेलीफोन सेवा बाधित करे. गंभीर रूप से घायलों व आपात स्थिति के मरीजों के साथ जाने की कोशिश न करे. अफवाह या आतंक न फैलाये. हेल्प के लिए स्वयंसेवक बने व बनाये.