रूपनारायणपुर : अवैध कोयला खनन से हट कर मनरेगा के साथ जुड़ने के बाद दिहाड़ी श्रमिकों के जीवन स्तर में आये सुधार को केंद्र कर राज्य सरकार एक डोक्यूमेंटरी फिल्म बना रही है.
इसकी तैयारी के लिए मनरेगा के जिला नॉडल ऑफिसर काजल कुमार राय ने बुधवार को सालानपुर का दौरा किया. उन्होंने डालमिया ओसीपी के जमा पानी से सैकड़ों बीघा जमीन में हो रही खेती का शूटिंग की. श्रमिकों से उनके बयान लिये गये.
बीडीओ प्रशांत माइती, ज्वाइंट बीडीओ आरडी पाल व प्रखंड मनरेगा विभाग के अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे. मनरेगा के डीएनओ श्री राय ने बताया कि पिछले तीन वर्षो में कोयलांचल में मनरेगा के तहत काफी उपलब्धि हासिल हुयी है. कोयला प्रभावित प्रखंड हमेशा ही मनरेगा में काफी पीछे रहते थे. अधिकारियों का कहना था कि इस इलाके में मनरेगा में कार्य के लिये श्रमिक नहीं मिलते है. अधिकांश श्रमिक कोयला चोरी में लिप्त है.
खेती नहीं होती है. इसे ध्यान में रखकर जिला शासक डॉ सौमित्र मोहन ने कई योजना बनायी. जिसपर कार्य हुआ और बड़ी उपलब्धि हासिल हुयी. इन उपलब्धियों को लेकर राज्य सरकार के निर्देश पर जिला में सिर्फ कोयलांचल क्षेत्र के सात प्रखंडों सालानपुर , बाराबनी, रानीगंज, जामुड़िया, अंडाल, पांडेश्वर और दुर्गापुर फरीदपुर में हुए कार्यो और उससे लाभांवित लोगों को लेकर डोक्यूमेंटरी फिल्म बनायी जा रही है.
जिसमें सालानपुर प्रखंड के डालमिया ओसीपी के जमा पानी को कैनल बनाकर खेतों तक ले जाकर एक फसली जमीन को बहूफसली बनाने, रानीगंज में कोयला पिट को भरकर वहां पिकनिक स्पॉट और सोशल फोरेस्टी बनाने, जामुड़िया में कोयला पिट को भरकर वहां स्कूल के लिये खेल का मैदान बनाने, पांडेश्वर के वैद्यनाथपुर गांव में मॉडल विलेज बनाने, वहां मनरेगा के साथ अन्य कुछ स्कीम आईएवाई, एनजीएनबी को जोड़ने, अंडाल में कोयला पिट भर कर सेरी कल्चर करने, बाराबनी में पीठ भरकर खेती योग्य जमीन तैयार करने, दुर्गापुर फरीदपुर में मनरेगा और एनबीए को जोड़कर शौचालय निर्माण करने इत्यादि कार्यो को लेकर डोकूमेंटरी बनायी जा रही है.
पिछली बार बांकुड़ा जिला के कार्यो पर डोक्यूमेंटरी बनी थी. इस बार बर्दवान जिला के कोयलांचल क्षेत्र के कार्यो पर बन रही है. जिसे केंद्र सरकार के पास भी भेजा जायेगा.