सांकतोड़िया : आसनसोल नगर निगम के 105 नंबर वार्ड के तहत डिसरगढ़ दामोदर नदी त्रिवेणी संगम पर स्थित केंद्रीय छठ घाट की अवस्था को देखते साफ सफाई को लेकर इस बार संशय की स्थिति बनी हुई है. इस बार सिर्फ श्रमिकों की सहायता से घाटों की साफ सफाई और समतलीकरण नामुमकिन बना हुआ है.
जानकारी के अनुसार, डिसरगढ़ स्थित दामोदर नदी त्रिवेणी संगम केंद्रीय छठ घाट पर बराकर, कुल्टी, चिनाकुड़ी, शीतलपुर, चिरकुंडा, कुमारधुबी, नियामतपुर के अलावा अन्य दूर दराज के इलाकों से लोग यहां छठ पूजा करने आते हैं. इस अवसर पर उमड़ने वाली भारी भीड़ को देखते हुए सांकतोड़िया नोनिया बस्ती सार्वजनिक छठ पूजा कमेटी द्वारा इस घाट की प्रतिवर्ष साफ-सफाई,आलोक सज्जा की व्यवस्था की जाती है.
लेकिन इस वर्ष दामोदर नदी संगम घाट की स्थिति काफी खराब हो गई है. घाटों के किनारे कुश तथा कंटीली झाड़ियां उग आई हैं कि घाटों का कहीं पता ही नहीं चल पा रहा है, जिससे घाटों की स्थिति काफी बिगड़ गई है. इसके अलावा लगातार हो रही वर्षा के कारण नदी में बाढ़ का पानी थोड़ा ऊपर तक आने से खतरे की संभावना भी बनी हुई है. जबकि खराब मौसम के कारण साफ सफाई भी प्रभावित हो गया है. इसे देखते हुए छठ कमेटी के लोगों ने आसनसोल नगर निगम पर आशा भरी निगाहें लगा रखी है, ताकि वहां से कुछ सहायता मिले तो घाटों की सफाई और सौंदर्यीकरण किया जा सके.
इसे लेकर लोगों ने स्थानीय पार्षद से मुलाकात भी की है, जिसके पश्चात स्थानीय पार्षद ने नदी किनारे पहुंचकर घाटों का निरीक्षण किया और उचित व्यवस्था करने का आश्वासन भी दिया है. छठ कमेटी के लोगों का कहना है कि परिस्थिति कुछ ऐसी है कि इस बार साफ सफाई के लिए पे लोडर आदि मशीनों की सहायता लेनी पड़ेगी, जिससे की घाटों को समतल और झाड़ियों को साफ किया जा सके. जहां छठ व्रती और श्रद्धालु पूरे सहुलियत के साथ छठ के दौरान यहां आकर पूजा अर्चना कर सकें.