बांकुड़ा : चार जुलाई को रथयात्रा को लेकर बांकुड़ा के दो रथों की साफ सफाई का कार्य शुरू हो गई है. गौरतलब है की बांकुड़ा में रथयात्रा बड़ी धूमधाम के साथ मनाई जाती है. बांकुड़ा शहर में दो दो रथों की यात्रा देखने को मिलती है. दोनों ही रथों की यात्रा का इतिहास काफी पुराना है. छोटा रथ जो पौद्दार पाड़ा इलाके से निकलता है, इसका संचालन चौकबाजार श्यामसुन्दर रथ कमेटी करती है.
वहीं बड़ी रथ का संचालन व्यापारिहाट बड़ी रथ कमेटी करती है, जो नुतनगंज इलाके से निकलती है. सिर्फ बांकुड़ा शहर में ही नहीं बल्कि ग्रामीण इलाकों में रथयात्रा की धूम रहती है. वहीं बिष्णुपुर की उल्टी रथयात्रा का अपना विशेष महत्व है. दूर दराज से लोगों का समागम लगा रहता है. पीतल के रथों का आकर्षण जिले के प्रत्येक कोने-कोने में देखा जाता है. बांकुड़ा शहर से लेकर बिष्णुपुर, सोनामुखी, पात्रशायर, छातना, ओंदा, बेलियातोड़ आदि जगहों पर रथयात्रा का उत्साह देखा जाता है.
रथयात्रा के नजदीक आते आते दुर्गापूजा के भी आने का आभास लोगों को होने लगता है. बांकुड़ा वासियों का कहना कि बांकुड़ा की रथयात्रा देखने हेतु वर्षो से बेसब्री से इंतजार रहता है. विशेष रूप से बांकुड़ा में जोड़ा रथों को देखने का अलग आनंद होता है. दोनों रथों के कमेटी के सदस्यों के अनुसार रथयात्रा की तैयारी शुरू हो चुकी है. रथों की साफ सफाई का काम चल रहा है.