भारत-जर्मनी द्विपक्षीय व्यापार संबंधों पर एमसीसीआइ में परिचर्चा का आयोजन
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आइटी क्षेत्र में भारत में काफी संभावनाएं
भारत-जर्मनी द्विपक्षीय व्यापार संबंधों पर एमसीसीआइ में परिचर्चा का आयोजन कोलकाता : भारत जर्मनी का 24वां सबसे बड़ा व्यावसायिक साझेदार है. दोनों देशों के बीच व्यवसाय की काफी संभावनाएं हैं. पश्चिम बंगाल और उत्तर पूर्वी राज्यों के ऑर्गेनिक उत्पादों के लिए जर्मनी एक बड़ा बाजार है. इसके अलावा आइटी, लॉजिस्टिक में दोनों देशों के बीच […]
कोलकाता : भारत जर्मनी का 24वां सबसे बड़ा व्यावसायिक साझेदार है. दोनों देशों के बीच व्यवसाय की काफी संभावनाएं हैं. पश्चिम बंगाल और उत्तर पूर्वी राज्यों के ऑर्गेनिक उत्पादों के लिए जर्मनी एक बड़ा बाजार है. इसके अलावा आइटी, लॉजिस्टिक में दोनों देशों के बीच काफी संभावनाएं हैं. ये बातें एमसीसीआई में आयोजित संगोष्ठी में कोलकाता में जर्मनी के राजदूत डॉ माइकल फिनर ने कही.
इस अवसर पर श्री माइकल ने कहा कि वर्तमान समय में भारत के 18,000 छात्र जर्मनी में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि भारत और जर्मनी के बीच अधिक से अधिक उड़ान व्यवसायी कंपनियों को प्रोत्साहित करने की जरूरत है.
इस मौके पर एमसीसीआइ के अध्यक्ष विशाल झझारिया ने अपने स्वागत भाषण में बताया कि भारत और जर्मनी के बीच 2001 से रणनीतिक साझेदारी है. कार्यक्रम के दौरान महेश केयल ने प्रोजेक्टर के माध्यम से भारतीय अर्थव्यवस्था को रेखांकित किया. इस अवसर पर आईएएस बंदना पोखरियाल ने बताया कि पश्चिम बंगाल में सैकड़ों की संख्या में औद्योगिक पार्क शामिल है, जो राज्य की अर्थव्यवस्था को बल दे रहे हैं. श्रीमती पोखरियाल ने आगे कहा कि यहां ऊर्जा (प्राकृतिक गैस), खन्न के व्यवसाय में भी काफी संभावनाएं हैं. परिचर्चा में एमसीसीआई के सैकड़ों सदस्या व पदाधिकारी उपस्थित रहे.
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