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गेस्ट टीचरों को चार घंटे तक बनाया बंधक
आसनसोल : प्रोफेसर सहित स्थायी शिक्षकों की नियुक्ति, प्रयोगशाला एवं उत्तर पुस्तिका की पुन: जांच की मांग के समर्थन में काजी नजरूल यूनिवर्सिटी के भूगोल विभाग के सेकेंड सेमेस्टर के छात्र-छात्राओं ने बुधवार को विधाचर्चा भवन के समक्ष प्रदर्शन किया और विभागीय अतिथि शिक्षकों को चार घंटों तक बंधक बनाये रखा. विभाग में पठन पाठन […]
आसनसोल : प्रोफेसर सहित स्थायी शिक्षकों की नियुक्ति, प्रयोगशाला एवं उत्तर पुस्तिका की पुन: जांच की मांग के समर्थन में काजी नजरूल यूनिवर्सिटी के भूगोल विभाग के सेकेंड सेमेस्टर के छात्र-छात्राओं ने बुधवार को विधाचर्चा भवन के समक्ष प्रदर्शन किया और विभागीय अतिथि शिक्षकों को चार घंटों तक बंधक बनाये रखा. विभाग में पठन पाठन पूरी तरह बाधित रहा और प्रदर्शनकारी स्टूडेंटस ने समस्याओं के समाधान होने तक कक्षाओं का बहिष्कार जारी रखने का निर्णय लिया.
उन्होंने प्रशासनिक भवन में कुलपति डॉ साधन चक्रवर्ती से मुलाकात कर उन्हें अपनी समस्याओं से अवगत करा हस्तक्षेप की मांग की. डॉ चक्रवर्ती ने उनकी समस्याओं को गंभीरतापूर्वक सुनने के बाद जल्द ही उनकी समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया. इसके बाद आंदोलन समाप्त हुआ.
ज्ञात हो कि भूगोल विभाग के सेकेंड सेमेस्टर के स्टूडेंटसों ने सोमवार को अपनी मांगों के समर्थन में कक्षा का बहिष्कार कर यूनिवर्सिटी के विधाचर्चा भवन के मेन गेट के समक्ष धरना प्रदर्शन किया था. बुधवार को प्रदर्शन में शामिल भूगोल सेकेंड सेमेस्टर की स्टूडेंटस सहेली राय चौधरी, प्रलय दत्त, सुमन मंडल, अभिषेक चक्रवर्ती, रंजन मंडल, परमा पॉल, प्रकृति बनर्जी, स्नेहा हालदार आदि ने कहा कि भूगोल विभाग में स्थायी अध्यापकों के न होने से पठन पाठन और परीक्षा परिणाम प्रभावित हो रहा है.
गेस्ट अध्यापकों के कारण पठन पाठन का मानक प्रभावित हो रहा है. जल्द ही विभाग में स्थायी अध्यापक नियुक्त की जाये. भूगोल के स्टूडेंटस प्रति सेमेस्टर पांच सौ रूपये प्रयोगशाला के लिए शुल्क देते हैँ परंतु प्रयोगशाला में जरूरी उपकरण और यंत्रांश का अभाव है. प्रथम सेमेस्टर के परीक्षा परिणाम में परीक्षा उत्तर पुस्तिका की जांच में पक्षपात का आरोप लगाते हुए कहा कि कुछ स्टूडेंटस को जानबुझ कर कम अंक दिये गये हैं जबकि कमजोर स्टूडेंटस को ज्यादा अंक दिये गये हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें इतने कम अंक दिये गये हैं कि उन्हें पीएचडी, नेट आदि परीक्षा में शामिल होने का अवसर नहीं मिल सकेगा.
इसके बाद उनका शिष्टमंडल कुलपति डॉ चक्रवर्ती से मिला तथा इस मामले में हस्तक्षेप करने का आग्रह किया. श्री चक्रवर्ती ने उनकी बातों को गंभीरता से सुना तथा उनके समाधान का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि उत्तर पुस्तिकाओं की जांच में पक्षपात के आरोप पर शिक्षकों की टीम बनाकर जांच कराने, सभी इंटरनल और थ्योरी कॉपियों की पुन: जांच करने, भूगोल विभाग में स्थायी अध्यापकों की जल्द नियुक्ति करने और भूगोल विभाग में अत्याधुनिक उपकरणों के साथ एक हाईटेक प्रयोगशाला बनाये जाने का आश्वासन दिया.
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