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बुनियादी ढांचे में इस्पात है बेहतर विकल्प
बर्नपुर : केन्द्रीय इस्पात मंत्री श्री चौधरी बीरेंद्र सिंह ने ‘माइलवस्टील आइडिया’ शीर्षक से स्टार्ट-अप इंडिया, स्टैंड अप इंडिया मुहिम को बढ़ावा देने के लिए आयोजित प्रतियोगिता के विजेताओं को नई दिल्ली में इस्पात मंत्रालय द्वारा आयोजित समारोह में सम्मानित किया. इस्पात मंत्रालय ने इस प्रतियोगिता को इंडिया इंटरनेशनल ट्रेड फेयर, 2017 के दौरान लांच […]
बर्नपुर : केन्द्रीय इस्पात मंत्री श्री चौधरी बीरेंद्र सिंह ने ‘माइलवस्टील आइडिया’ शीर्षक से स्टार्ट-अप इंडिया, स्टैंड अप इंडिया मुहिम को बढ़ावा देने के लिए आयोजित प्रतियोगिता के विजेताओं को नई दिल्ली में इस्पात मंत्रालय द्वारा आयोजित समारोह में सम्मानित किया. इस्पात मंत्रालय ने इस प्रतियोगिता को इंडिया इंटरनेशनल ट्रेड फेयर, 2017 के दौरान लांच किया था और इसी दौरान इस्पात मंत्नी ने स्टील के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए नए कारोबारी आइडियाज को प्रोत्साहित करने के लिए इस नई पहल की घोषणा की थी.
इस्पात मंत्री श्री सिंह ने पहले तीन विजेताओं को पुरस्कार राशि के चेक और प्रमाण पत्न तथा अन्य चार प्रतिभागियों को प्रशंसा प्रमाण पत्न व प्रोत्साहन राशि के चेक प्रदान कर सम्मानित किया. उन्होंने कहा कि प्रतियोगिता में बड़ी संख्या में भागीदारी और प्राप्त किए गए अनेकों स्मार्ट विचार दर्शाते हैं कि इस्पात एक उपभोग सामग्री के तौर काफी लोकप्रिय हो रहा है और इसका विभिन्न जरूरतों में महत्वपूर्ण उपयोग किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि भारतीय इस्पात में वृद्धि की अपार क्षमता है. देश 300 मिलियन टन प्रतिवर्ष इस्पात उत्पादन की निर्धारित क्षमता की ओर अग्रसर है, इस्पात के उपयोग को पारंपरिक क्षेत्नों के साथ ही कई और महत्वपूर्ण क्षेत्रों में विभिन्न उपयोगों के लिए बढ़ावा दिया जाना चाहिए. इस्पात की लाइफ साईकल लागत, टिकाऊपन, मज़बूती, पर्यावरण अनुकूलता उसे निर्माण, बुनियादी ढांचे आदि के लिए बेहतर विकल्प बनाती है.
पहला पुरस्कार दिल्ली के सुमित गुप्ता को प्रदान किया गया. उन्हें यह पुरस्कार स्टील के इक्स्पैन्डबल छोटे घरों के निर्माण के आइडिया के लिए मिला है. इस्पात के ये घर सौर पैनलों और जैव शौचालयों की सुविधा से युक्त होने के साथ किफायती और बुनियादी जरूरतों को पूरा करने वाले होंगे. दूसरे पुरस्कार से तिरु वनंतपुरम के हरीश एस को स्टेनलेस स्टील से बने वेस्टबिन को डिजाइन करने के आइडिया के लिए सम्मानित किया गया है. इस वेस्टबिन में अलग-अलग वेस्ट के लिए अलग-अलग खाने की व्यवस्था के साथ, उसकी बाहरी सतहों पर प्रचार की व्यवस्था की संकल्पना भी की गई है. तीसरे पुरस्कार से गुजरात के नादियाद शहर निवासी वसीम मल्लिक को पुरस्कृत किया गया है. बार-बार खुदाई के चलते नागरिकों के रोज़मर्रा के व्यवधानों को दूर करने के लिए सड़कों और अपार्टमेंटों में भूमिगत स्थायी स्टील डक्टिंग सुविधा बिछाने के उनके आइडिया के लिए सम्मानित किया गया. चार प्रशंसा पुरस्कारों में चेन्नई की रेवती कन्नन को फनटून्स स्टेनलेस स्टील इडली बर्तन, भटिंडा के करण गर्ग को इस्पात एसएमइ द्वारा प्राप्त कच्चे माल की खरीद पर थोक मूल्य निर्धारण और रियायत प्राप्त करने के लिए बी2बी वेबसाइट, हिमाचल प्रदेश के उस्मान खान और नसीम खान (संयुक्त रूप से) को सृजनशील और डिजाइनर इस्पात वस्तुओं की बिक्र ी और विकास तथा उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से आनंद वर्मा को राजमार्गों पर सौर पैनल लगाकर बिजली पैदा करने के आइडिया के लिए सम्मानित किया गया. इस्पात सचिव डॉ अरुणा शर्मा, संयुक्त सचिव रु चिका गोविल, सेल और एसआरटीएमआई के अध्यक्ष पीके सिंह, ईडी और एसआरटीएमआई के निदेशक डॉ मुकेश कुमार समेत सार्वजनिक और निजी इस्पात कंपनियों के निदेशक, वरिष्ठ अधिकारी, स्टील एसोसिएशन के सदस्य, फैब्रिकेटर और इस्पात उद्योग से जुड़े अन्य स्टेक होल्डर मौजूद थे.
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