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मार्च से बायोमीट्रिक सिस्टम होगा अनिवार्य
तकनीक. कोल इंडिया प्रबंधन ने सभी कर्मियों की उपस्थिति सिस्टम में किया बदलाव कोल इंडिया तथा अनुषांगिक कोयला कंपनियों में ड्यूटी पर आये बिना या लेट आने के बाद भी पूरा वेतन लेने की संस्कृति कायम थी. प्रबंधन ने बायोमीट्रिक मशीन के माध्यम से इस पर रोक लगाने की कोशिश की है. शुरूआती दौर के […]
तकनीक. कोल इंडिया प्रबंधन ने सभी कर्मियों की उपस्थिति सिस्टम में किया बदलाव
कोल इंडिया तथा अनुषांगिक कोयला कंपनियों में ड्यूटी पर आये बिना या लेट आने के बाद भी पूरा वेतन लेने की संस्कृति कायम थी. प्रबंधन ने बायोमीट्रिक मशीन के माध्यम से इस पर रोक लगाने की कोशिश की है. शुरूआती दौर के विरोध के बाद भी कर्मियों ने इसे स्वीकारना शुरू कर दिया है.
सांकतोड़िया. ईसीएल के कार्मिक निदेशक केएस पात्न ने कहा कि कंपनी मुख्यालय सहित सभी एरिया कार्यालयों एवं कोलियरियों में बायोमीट्रिक मशीनें लगा दी गयी हैं. इन मशीनों से ही कोयला कर्मियों की हाजिरी लगेगी. उन्होंने कहा कि इससे समय की बचत होगी तथा काम में पारदर्शिता आयेगी.
कार्मिक निदेशक श्री पात्र ने कहाकि सैकड़ों रर्मियों में लेट लतीफ डयूटी आने की आदत बन गया थी, परंतु बायोमिट्रिक मशीन लगाने तथा उससे हाजिरी बनाने की प्रक्रिया शुरू होने के बाद आदत सुधर गयी है. कोयला श्रमिकों ने समय पर काम पर आना शुरू कर दिया हैं.
उन्होंने कहा कि कोल इंडिया की सभी कंपनियों में अब अनिवार्य रूप से बायोमिट्रिक मशीन से हाजिरी कराये जाने के आदेश जारी किया जा चुका है. सबकुछ ठीक रहा तो आगामी मार्च तक कोल इंडिया के तीन लाख से अधिक कर्मियों को इससे जोड़ दिया जायेगा. मशीन लगाने का फैसला कोल इंडिया ऑडिट कमेटी ने गत वर्ष मार्च में दिल्ली में हुई बैठक में लिया था. बाद में ठेका मजदूरों को भी इसमें जोड़ा जायेगा. ऑडिट कमेटी ने मामले को गम्भीरता से लेते हुये मई, 2017 में इसे लागू करने का निर्णय किया था. परंतु तकनीक कारणों से व्यवस्था लागू नहीं हो सकी थी. अब मार्च तक का समय दिया है.
श्री पात्न ने कहा कि मशीन कोल इंडिया की सभी कंपनियों के कार्यालयों व कोलियरी पिट पर लगेगी. उन्होंने स्वीकार किया कि कई स्थलों पर बायोमिट्रिक मशीन लगाये जाने के बाद भी रजिस्टर में हाजिरी बनायी जा रही है.
उन्होंने कहा कि जहां पर ट्रायल के रूप में मशीन चल रही है, वहां दोनों सिस्टम से हाजिरी दर्ज हो रही है. जब मशीन पूरी रफ्तार मेंबिना किसी परेशानी के कार्य करने लगेगी तो रजिस्टर सिस्टम से हाजिरी बंद हो जायेगी. उन्होंने कहा कि हाजिरी के साथ अवकाश और अन्य जानकारियां ऑनलाइन कंपनी पोर्टल पर भरना भी अनिवार्य किया गया है.
मालूम हो कि ईसीएल में 62900 कर्मी है जबकि बीसीसीएल में 49901, सीसीएल में 41288, डब्ल्यूसीएल में 46442, एसईसीएल में 59881, एमसीएल में 22374, एनसीएल में 15155, एनईसी में 1584, सीएमपीडीआईएल में 3439 तथा कोल इंडिया में 920 कर्मी कार्यरत हैं.
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