परिजनों का आरोप है कि उसकी हत्या हुई है. मालूम रहे कि सुकुमार एक निजी कंपनी का एजेंट था. कई जमाकर्ताओं ने रुपये जमा कराये थे, लेकिन तय समय पूरा होने के बाद भी जमाकर्ताओं को रुपये नहीं मिले.
इसे लेकर सुकुमार पर दवाब बनाया जा रहा था. परिजनों का आरोप है कि स्थानीय क्लब में उसे बंधक बना कर 35 हजार रुपये लिये गये थे. उलबेड़िया जीआरपी ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. पुलिस मामले की जांच में जुटी है.