-अजय विद्यार्थी-
कोलकाताः छेड़खानी का विरोध करने के बाद बदमाशों की पिटाई से घायल युवक पांच दिनों तक जीवन से संघर्ष के बाद सोमवार को दम तोड़ दिया. हावड़ा के बांधाघाट में सरस्वती पूजा के विसजर्न के दिन एक युवती को बदमाशों की छेड़खानी का विरोध करने पर हावड़ा के सालकिया के निवासी अरूप भंडारी की जम कर पिटायी की गयी थी. गंभीर हालत में कोलकाता के गैर सरकारी अस्पताल में चिकित्साधीन उक्त युवक की मौत हो गयी.
इससे पूरे इलाके में तनाव व्याप्त है. अरूप के घर वालों का कहना है कि उसके बेटे के घायल होने के बाद उन्होंने गोलाबाड़ी थाने में पांच बदमाशों के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी थी, लेकिन उसमें से एक युवक को भी गिरफ्तार नहीं किया गया. घटना स्थल पर मौजूद लोग गोपाल साव नामक युवक को मूल आरोपी बता रही है. उनका कहना है कि 29 जनवरी से वह अपने साथियों के साथ इलाके में घूम रहा है, लेकिन पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर रही है. इस मामले में गोलाबाड़ी थाने के अधिकारियों का कहना है कि पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू की है, लेकिन वह दूसरे राज्य में फरार होने के कारण पुलिस के हाथ नहीं लग सका है.
सोमवार को अरुप की मौत के बाद से इलाके के लोग गुस्से में है. पुलिस की नाकामी के खिलाफ स्थानीय लोगों ने गोलाबाड़ी थाने का घेराव भी किया. वहीं, दूसरी ओर, अरूप की मौत के बाद हावड़ा कमीशनरेट की सीपी ने भी आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने का निर्देश पुलिस को दिया है. दूसरी ओर, इलाके के विधायक अरूप विश्वास भी पीड़ित के घर पहुंचे और हर संभव सरकारी मदद का आश्वासन दिया है. दूसरी ओर, प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी भी मृत युवक के घर पहुंचे. उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें मृत युवक का घर जाने से रोका गया. उन्होंने पूरी घटना की जांच की मांग करते हुए दोषी को गिरफ्तार करने की मांग की.
क्या घटी थी घटना
युवक सरस्वती पूजा के दिन अपने एक साथी के साथ प्रतिमा विसजर्न करने गये एक युवक को बदमाशों ने जमकर पिटायी की. उसका कसूर यह था कि बदमाश किसी युवती के साथ छेड़खानी कर रहे थे. उसने उसका विरोध किया था. इलाके के लोगों का कहना है कि विसजर्न के बाद जब वह घर लौट रहा था, तब पांच बदमाश रास्ते पर उसे घेर लिये और लोहे की रड व बांस से उसकी पिटाई की. पीड़ित युवक का नाम अरूप भंडारी है.
वह हावड़ा के सालकिया का रहने वाला है. घटना के दिन बचाव में आये उसके साथियों की भी बदमाशों ने पिटाई की थी. सड़क पर काफी देर तक तपड़ने के दौरान उसके शरीर से काफी खून बाहर निकल चुका था. गंभीर हालत में उसे स्थानीय अस्पताल में ले जाया गया. जहां लगातार उसकी तबीयत बिगड़ती रही, उसके बाद उसे कोलकाता के एक गैर सरकारी अस्पताल में भरती कराया गया था. घटना के बाद से ही वह कोमा में चला गया था. पांच दिनों तक अस्पताल में चिकित्साधीन युवक की सोमवार की सुबह साढ़े छह बजे मौत हो गयी.