कोलकाता : सारधा घोटाला मामले में गिरफ्तार पश्चिम बंगाल के परिवहन मंत्री मदन मित्रा को आज सुबह डॉक्टरी जांच के लिए सरकारी अस्पताल ले जाया गया.
अस्पताल के सूत्रों ने बताया, मित्रा की आज नियमित चिकित्सीय जांच होगी. इसमें कुछ गंभीर बात नहीं है. ऐसा पता चला है कि मंत्री के स्वास्थ्य निरीक्षण के लिए पहले गठित किया गया सात सदस्यीय चिकित्सीय बोर्ड भी जांच के दौरान मौजूद रहेगा.
शहर की एक अदालत ने कल मित्रा की जमानत याचिका खारिज कर दी थी और उन्हें 16 जनवरी तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया था. मंत्री ने खुद को निर्दोष बताते हुए कहा था कि चिट फंड घोटाले में दोषी पाये जाने पर वह फंासी पर लटकने के लिए भी तैयार हैं.
हालांकि कल मजिस्ट्रेट ने जेल प्रशासन को मंत्री के लिए चिकित्सीय मदद सुनिश्चित करने के निर्देश दिये.परिवहन एवं खेल मंत्री मित्रा को 12 दिसंबर को सीबीआई ने पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था और दो बार सीबीआई हिरासत में रहने के बाद उन्हें 19 दिसंबर को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था.
हालांकि उसी शाम सीने में दर्द और तकलीफ की शिकायत के आधार पर उन्हें सरकारी एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती कराया गया. अपनी न्यायिक हिरासत की अधिकतर अवधि के दौरान वह वहीं थे. इसके बाद डॉक्टरों की ओर से उन्हें अस्पताल से ले जाये जाने की अनुमति मिलने पर उन्हें 28 दिसंबर को वापस अलीपुर सेंट्रल जेल ले जाया गया.