कोलकाता: राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में नदियों के किनारे तटबंध सही प्रकार से नहीं बनने के कारण कई क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा बना रहता है. वहीं, केंद्र सरकार द्वारा इस योजना के लिए फंड नहीं मिलने से तटबंध बनाने का काम लगभग रुक-सा गया है. ऐसी ही जानकारी राज्य के सिंचाई मंत्री राजीव बनर्जी ने दी.
उन्होंने बताया कि सिंचाई विभाग बाढ़ की समस्या को खत्म करने के लिए उत्तर बंगाल से लेकर दक्षिण बंगाल तक कई जिलों की नदियों के किनारों पर तटबंध बनाना चाहती है. उत्तर बंगाल की बाढ़ समस्या के समाधान के लिए राज्य सरकार ने ब्रह्नापुत्र बोर्ड के साथ मिल कर मास्टर प्लान भी बनाया है. इसके अलावा मालदा जिले में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों को बचाने के लिए पद्मा व भागीरथी नदियों के किनारों पर तटबंध बनाने का निर्णय लिया गया है.
लेकिन केंद्र सरकार द्वारा फंड नहीं मिलने के कारण योजना पर काम रुका हुआ है. राज्य सरकार ने केंद्र की पिछली यूपीए सरकार से भी फंड मांगा था, लेकिन अफसोस कि उस समय भी सरकार ने कोई मदद नहीं की थी. अब राज्य सरकार नये एनडीए सरकार से इस ओर ध्यान देने की अपील की है. उन्होंने कहा कि वह कुछ दिन पहले दिल्ली गये थे और इस संबंध में केंद्रीय मंत्रियों से भी बातचीत हुई है. उन्होंने उम्मीद जतायी कि कुछ दिनों में केंद्र सरकार द्वारा इस योजना के लिए राशि प्रदान की जा सकती है.
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने वर्ष 2009 में आये तूफानी चक्रवात आयला से प्रभावित क्षेत्रों में नदियों के किनारों पर तटबंध बनाने का फैसला किया है. मार्च 2015 तक दक्षिण 24 परगना व पूर्व मेदिनीपुर में करीब 50 किमी किनारे पर तटबंध बनाने का फैसला किया है. अब तक 21 किमी लंबा तटबंध बनाने का काम पूरा किया जा चुका है.