मालदा. बहनों की अस्मिता की रक्षा में उतरे भाई की हालत अभी तक नाजुक बनी हुई है. शनिवार रात को उसे कोलकाता के नीलरतन सरकार अस्पताल में भरती कराये जाने के बाद उसी रात उसका ऑपरेशन किया गया, लेकिन अभी तक वह बेहोश है. चिकित्सकों ने बताया है कि नयन मंडल की जान अभी भी खतरे में है.
यह जानकारी नयन मंडल के जीजा सुशांत मंडल ने दी है. इसबीच, इस घटना के मुख्य आरोपी गोविंद मंडल (18) को पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया. उसे भगवानपुर गांव के घर से गिरफ्तार किया गया. उल्लेखनीय है कि इस घटना में कुल चार लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज की गयी थी, जिनमें से दो लोग पकड़े गये. दूसरे आरोपी डुबुल मंडल को पुलिस ने वारदात के रात को ही गिरफ्तार किया था.
पुलिस अधीक्षक प्रसून बनर्जी ने बताया कि बाकियों को भी पकड़ने की कोशिश की जा रही है. मालूम हो कि विगत शुक्रवार की रात को आठवीं व नौवीं कक्षा की दो छात्र जब घर लौट रही थीं, तब इलाके के कुछ युवकों ने उनके साथ बदसलूकी की. दोनों छात्र बहनें हैं. उनके भाई नयन मंडल ने जब इस घटना का विरोध किया तो बदमाश युवकों ने उस पर चाकू से हमला कर दिया. रात को ही नयन मंडल को मालदा मेडिकल कॉलेज व अस्प्ताल में भरती कराया गया था, अगले दिन उसे कोलकता में रेफर कर दिया गया. घटना के बाद से नयन का परिवार आतंकित है. परिवार की महिलाएं घर से बाहर नहीं निकल रही हैं.