कोलकाता: मंगलवार को टैक्सी चालकों को राज्य सरकार को दिया अल्टीमेटम समाप्त हो रहा है, लेकिन राज्य सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया है. इसके मद्देनजर तीन सितंबर को टैक्सी हड़ताल अब लगभग तय है.
एटक, सीटू सहित विभिन्न टैक्सी चालकों के संगठनों ने धमकी दी थी कि यदि दो सितंबर तक उन लोगों की मांगें नहीं मानी गयीं, तो टैक्सी चालकों के संगठन तीन सितंबर को चक्का जाम करेंगे. प्रदेश एटक के सचिव व कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन (एटक) के महासचिव नवल किशोर श्रीवास्तव ने बताया कि यदि जरूरत पड़ी, तो तीन सितंबर से लगातार चक्का जाम भी करेंगे तथा बृहत्तर आंदोलन करेंगे.
उन्होंने कहा कि एटक के नेतृत्व में बहुत पहले से ही ट्रैफिक पुलिस के टैक्सी चालकों पर जुल्म, ड्राइवरों पर किये गये मामले वापस लेने, रिफ्यूजल शुल्क लगाये जाने के खिलाफ आंदोलन किया जा रहा है, लेकिन राज्य सरकार का रवैया बहुत ही नकारात्मक रहा है.
इस संबंध में गुरुवार को विभिन्न टैक्सी संगठनों ने गुरुवार को वेलिंग्टन स्क्वायर से विरोध जुलूस निकाला था और परिवहन भवन में परिवहन विभाग के संयुक्त सचिव को ज्ञापन भी दिया था. उन्होंने कहा कि इसके बावजूद परिवहन विभाग का कान में जूं नहीं रेंग रही है. उन्होंने कहा कि उन लोगों ने टैक्सी मालिकों से आह्वान किया है कि वे लोग शांतिपूर्ण ढंग से आंदोलन करें तथा चक्का जाम में शामिल हों. इसके बावजूद परिवहन विभाग यदि दमनात्मक रवैया अपनाता है, तो वे लोग बड़ा आंदोलन करेंगे और चक्का जाम में अन्य परिवहनों को भी शामिल करेंगे. उन्होंने कहा कि ड्राइवरों पर पुलिस का जुल्म बंद करना ही होगा. इसके साथ ही उन्होंने 22 टैक्सी चालकों पर किये गये मामले भी वापस लेने की मांग की.
उन्होंने कहा कि सरकार का रवैया नकारात्मक है. परिवहन मंत्री विभिन्न संगठन टैक्सी संगठनों की बैठक बुलाये तथा शांति पूर्ण ढंग से समस्या का समाधान करें.