कोलकाता : मूसलधार बारिश का सिलसिला फिलहाल थमता नहीं दिख रहा है. अलीपुर मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार राज्य के विभिन्न इलाकों में अगले 24 घंटे तक मूसलधार बारिश होने की संभावना है.
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार महानगर समेत दक्षिण बंगाल के सभी जिलों में बारिश होगी. उत्तर बंगाल में भी बारिश होने की संभावना है. अलीपुर मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार बारिश का मुख्य कारण एक चक्रवात का सक्रिय होना है. राज्य के तटीय इलाके में एक चक्रवात सक्रिय हुआ है, जिसकी वजह से दो-तीन दिनों से लगातार बारिश हो रही है और आगे भी यह सिलसिला जारी रहेगा.
मालदा जिले के15 गांवों में घुसा पानी
मालदा : मालदा के फूलहार नदी के असंरक्षित जगहों में सिंचाई दफ्तर ने रेड अलर्ट जारी कर दिया है. हाल ही में हरिशचंद्रपुर दो व रतुआ एक नंबर ब्लॉक के 15 गांवों में फूलहार नदी का पानी घुस गया है. जिससे करीब 10 हजार लोग प्रभावित हुए हैं. मकई, परवल, पाट, धान के सैंकड़ों एकड़ खेत पानी में डूब गये. लोग बाढ़ की आशंका को देखते हुए घर-द्वार छोड़ दूसरी जगह चले जा रहे हैं. हरिशचंद्र पुर दो नंबर ब्लॉक के मियांहाट व खिदिरपुर गांव में नदी का तट कटाव शुरू हो गया है.
शुक्रवार रात को इन दोनों गांव के करीब डेढ़ किलोमीटर हिस्सा फूलहार नदी में समा गया. जिला शासक शरद द्विवेदी ने बताया कि चांचल महकमा के हरिशचंद्रपुर दो व रतुआ एक नंबर ब्लॉक में बाढ़ की स्थिति से निबटने के लिए संबंधित ब्लॉक के बीडीओं को जागरूक रहने का निर्देश दिया गया हैं. सिंचाई दफ्तर के अनुसार, शनिवार को सुबह सात बजे फूलहार नदी का जलस्तर 27.40 मीटर था. दोपहर को जलस्तर बढ़ कर 27.43 हो गया. इसके बाद जल स्तर 27.59 मीटर होते ही लाल संकेत जारी किये गये. असंरक्षित इलाकों में बांस, बालू आदि से घेर दिया गया है.
हरिशचंद्रपुर के उत्तर भाकुरिया, दक्षिण भाकुरिया, कावाडोल, मीरपुर, रसीदपुर, रतुआ एक नंबर ब्लॉक के जंजालीटोला, रूइमारी, गोविंदपुर, संबलपुर, दियारा समेत 15 गांव में फूलहार नदी का पानी घुस गया. हालांकि स्थितियों का जायजा लेने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों को अभी तक इन गांवों में जाते नहीं देखा गया. सिंचाई दफ्तर के महानंदा एमबैंकमेंट के भालुक डिवीजन के एसडीओ गोपाल दास ने बताया कि उत्तर-पूर्वाचल में भारी बरसात से फूलहार नदी का पानी बढ़ने लगा है. हालांकि अभी तक किसी गांव के डूबने की खबर नहीं है. स्थिति पर नजर है.
लगातार बारिश से डुवार्स के कई इलाके जलमग्न
जलपाईगुड़ी : शुक्रवार से लगातार बारिश से जलपाईगुड़ी व अलीपुरद्वार जिले के कई इलाके जलमग्न हो गये हैं. बाढ़ की स्थिति नहीं होने पर भी भूटान में लगातार बारिश होने से डुवार्स के तोर्षा, रायडाक, संकोष, जलढाका नदी उफान पर है.
शुक्रवार रात को अलीपुरद्वार जिले के मदारीहाट स्थित हलंग नदी में बिकी साहा(24) नामक एक युवक डूब गया. अलीपुरद्वार के कुमारग्राम स्थित भलगा-बारोबिशा दो नंबर ग्राम पंचायत इलाके में 25 घर व जमीन संकोष नदी में समा गया. अलीपुरद्वार व धूपगुड़ी के जलमग्न इलाके में राष्ट्रीय आपदा मुकाबला ग्रुप को राहत कार्य में उतारा गया है. जलपाईगुड़ी के धूपगुड़ी ब्लॉक के साकोयाझोरा दो व गादंग दो नंबर ग्राम पंचायत के कई इलाके गिलांडि व डुडुआ नदी के उफनाने से जलमग्न हो गये.
शालबाड़ी इलाके के करीब डेढ़ हजार लोग पानी से घिर गये. आपदा मुकाबला दल के सदस्यों ने स्पीड बोट से पानी से घिरे परिवारों को बाहर निकाल कर राहत शिविरों में ले आये. कई लोग नदी के बांध के ऊपर आश्रय लिये हुए हैं. धूपगुड़ी के बीडीओ सौमेंदु दूतराज ने बताया कि दोनों ग्राम पंचायत इलाकों में गिलांडि व डुडुआ नदी का पानी घुस गया है.
पाने में फंसे लोगों को राहत शिविर में लाया गया है. दूसरी ओर, धूपगुड़ी के मोराघाट, बानरहाट, पलाशबाड़ी चाय बागान के कई इलाके भूटान पहाड़ से बहने वाली हाथीनाला नदी के पानी से जलमग्न हो गये. राष्ट्रीय आपदा मुकाबला दल के कैंप कमांडर स्वपन पाल ने बताया कि पानी में डूब कर एक विकलांग बच्चे की मौत की खबर है. उसका नाम बिकी साहा है.
उत्तर बंगाल बाढ़ नियंत्रण कमीशन के चीफ इंजीनियर गौतम दत्ता ने बताया कि तीस्ता, तोरषा, रायडाक, संकोश नदी का जलस्तर शनिवार सुबह तक बढ़ा था, लेकिन शनिवार को बारिश नहीं होने से जलस्तर कम होने लगा है. बाढ़ जैसी स्थिति नहीं बनी है. जलपाईगुड़ी के मौसम विभाग के सूत्रों के अनुसार, उत्तर बंगाल में चक्रवात की सृष्टि होने के कारण बारिश हो रही है. रविवार तक हल्की से भारी बारिश होने की संभावना बनी हुई है.