चार सहकर्मियों पर लगाया गैंगरेप का आरोप, तीन गिरफ्तार
कोलकाता : रेलवे में काम करनेवाली एक महिला ने आरोप लगाया है कि चार सहकर्मियों ने उसके साथ कई बार सामूहिक दुष्कर्म किया. यही नहीं, इसके बारे में किसी को बताने पर इंटरनेट पर अश्लील तसवीर अपलोड करने की धमकी दी.आरोप है कि पहले दमदम जीआरपी ने महिला की शिकायत लिखने से इनकार कर दिया था. चित्तपुर फाड़ी से भी महिला को भगा दिया गया. बाद में मामला मीडिया में आने के बाद दमदम जीआरपी ने शिकायत दर्ज की.
मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी जीत सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. जबकि एक आरोपी फरार है. गिरफ्तार आरोपियों में मनीष व गजेंद्र भी शामिल हैं. उनको रविवार को सियालदह कोर्ट में पेश किया जायेगा.
गौरतलब है कि पीड़िता एक विवाहित महिला है. उसने बताया कि चितपुर यार्ड में उसके साथ काम करने वाले चार कर्मचारियों ने रेलवे यार्ड के भीतर कुछ दिनों तक सामूहिक दुष्कर्म किया. महिला ने कहा कि दमदम जीआरपी में शुक्रवार को उन्होंने शिकायत दर्ज करायी. पीड़िता ने कहा कि 2010 में ज्ञानेश्वरी ट्रेन हादसे में पति की मौत के बाद अनुकंपा के आधार पर रेलवे में उसे नौकरी मिली. महिला ने बाद में फिर से शादी कर ली.
पीड़िता ने अपनी शिकायत में कहा है, ‘वे लोग पिछले कुछ साल से मेरा सामूहिक दुष्कर्म कर रहे थे. जब कभी मैं उन्हें रोकती तो वे सामूहिक दुष्कर्म की तसवीरें इंटरनेट पर डालने की धमकी देते थे.
वे लोग मुङो जान से मारने की धमकी भी देते थे. उसने आरोप लगाया कि ये चारों लोग उससे छेड़छाड़ किया करते थे और इसके बाद उन्होंने उसके साथ यार्ड में खाली पड़े रेलवे के एक डिब्बे में उससे दुष्कर्म किया. रेल पुलिस अधीक्षक (सियालदह) उत्पल नस्कर ने बताया कि चार आरोपियों में तीन को गिरफ्तार कर लिया गया है. हम चौथे आरोपी की तलाश में हैं.
नस्कर ने बताया, ‘हम और कोई ब्योरा नहीं दे सकते क्योंकि जांच अभी जारी है.’ पूर्वी रेलवे के सीपीआरओ आरएन महापात्र ने बताया कि रेलवे ने घटना का स्वत: संज्ञान लेते हुए जांच करने का आदेश दिया है.
राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष सुनंदा गोस्वामी ने बताया कि आयोग ने कथित सामूहिक दुष्कर्म पर स्वत: संज्ञान लिया है. गोस्वामी ने कहा, ‘हमनें इस मामले में स्वत: संज्ञान लिया है और रेल विभाग से अगले 15 दिनों में इस बारे में एक रिपोर्ट सौंपने को कहा है.’
पीड़िता ने यहां एक टीवी चैनल पर यह घटना बयां करते हुए कहा कि उसने दूसरी शादी की, पर चारों आरोपियों ने उसे अपने पति से तलाक लेने को कहा. पीड़िता ने आरोप लगाया कि उसके गर्भवती होने के बाद भी आरोपियों का अत्याचार उस पर जारी रहा. उसने इस घटना के बारे में जब अपने पति को बताया तो उसके पति ने आत्महत्या करने की कोशिश की थी. ‘लेकिन मैं उन्हें अस्पताल ले गयी और उनकी जान बच गयी.
मामले में लापरवाही की शिकायत के बाद दमदम जीआरपी के ओसी एके चक्रवर्ती व चित्तपुर फाड़ी के इंचार्ज को क्लोस किया गया है.
राज्य सरकार को घेरा
माकपा पोलित ब्यूरो के सदस्य डॉ सूर्यकांत मिश्र ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस के सत्ता में रहने के दौरान महिलाओं की सुरक्षा पर संशय की स्थिति बनी हुई है. दुष्कर्म, छेड़खानी के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है. इन घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए राज्य सरकार को ठोस कदम उठाने चाहिए.
जांच को बनायी 5 सदस्यीय टीम
राज्य महिला कल्याण मंत्री डॉ शशि पांजा ने बताया कि उन्होंने जीआरपी से मामले को देखने और उनके विभाग को जांच के बारे में एक रिपोर्ट पेश करने को कहा है. जांच के लिए पांच सदस्यीय टीम बनायी गयी है, जिसे मंगलवार तक रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है.