दुर्गापुर : दुर्गापुर थाना क्षेत्र के बेनाचिटी प्रांतिका इलाके में शुक्रवार की देर शाम दो अलग-अलग घटना को केंद्र कर दो पक्षों में जमकर संघर्ष हुआ. मारपीट की घटना से पूरा इलाका रणक्षेत्र में तब्दील हो गया. करीब दो घंटे तक उपद्रवियों ने तांडव मचाया. पथराव एवं बमबाजी से फांड़ी प्रभारी मैनुल हक, थाना प्रभारी गौतम तालूकदार, महिला पुलिस समेत एक दर्जन सिविक जवान घायल हो गये.
खबर पाकर पुलिस उपायुक्त (ईस्ट) अभिषेक मोदी के नेतृत्व में काफी संख्या में रैफ जवान घटनास्थल पर पहुंचे और लाठीचार्ज कर हमलावरों को खदेड़ा. वहीं, पुलिस ने मारपीट में शामिल होने के आरोप में करीब 40 लोगों को गिरफ्तार किया, जिसमें दो महिलाएं शामिल हैं. शनिवार को सभी आरोपियों को दुर्गापुर अनुमंडलीय अदालत में पेश किय.
गया. अदालत ने सभी आरोपियों को दस दिन की पुुलिस हिरासत में भेज दिया. मामले में अगली सुनवाई 18 जून को होगी. इसके अलावा घटना में शामिल अन्य आरोपियों की भी तलाश की जा रही है. घटना के बाद प्रांतिका इलाके में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किये गये हैं.शुक्रवार की देर शाम प्रांतिका इलाके में टोटो स्टैंड पर दो गुटों में किसी बात पर झड़प हो गयी. मामले को सुलझाने के लिए वार्ड पार्षद मृगेंद्र पाल ने सभी को तृणमूल पार्टी कार्यालय में बुलाया था. उससे पहले ही दोनों गुट फिर से आपस में भिड़ गये.
इस बीच प्रांतिका बस स्टैंड के समीप शेख जहांगीर और शेख नतु नाम के एक युवक को दुकान से गांजा लाने को कहा लेकिन युवक के गांजा लाने से इनकार करने पर उन लोगो ने पिटाई कर दी. युवक के परिवार वाले ने फांड़ी में शेख जहांगीर और शेख नतु के खिलाफ मारपीट का मामला दर्ज कराया. फांड़ी से लौट रहे युवक एवं उनके माता पिता को रास्ते में शेख जहांगीर और शेख नतु ने रोक कर कथित तौर पर गाली गलोज और मारपीट करने लगे.
खबर पाकर घटना स्थल पर पहुंची पुलिस ने शेख नतु को गिरफ्तार कर फाड़ी ले गयी. शेख नतु के परिवार वाले उनकी रिहाई की मांग पर फाड़ी का घेराव कर प्रर्दशन करने लगे. इसी दौरान घेराव में शामिल लोग पुलिस को निशाना बनाकर ईंट-पत्थर फेंकने लगे. साथ ही बमबाजी भी की गयी. तीन बसें एवं दो टोटो में तोड़फोड़ की गयी. इसमें फांड़ी प्रभारी, थाना प्रभारी समेत एक दर्जन जवान घायल हो गये. स्थिति को नियंत्रण करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया. पुलिस के लाठीचार्ज में महिला सहित छह लोग घायल गये.