- पिता ने भी फांसी लगाकर दी जान
- बेटे की बीमारी व आर्थिक संकट से परेशान थे उरांव
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सिलिगुड़ी : चार साल के बेटे को तालाब में डूबोकर मारा, आरोपी पिता ने खुद भी लगाई फांसी
मालबाजार : अपने 4 साल के मासूम बेटे को तालाब में डूबोकर मारने के बाद पिता ने पेड़ से लटककर फांसी लगा ली. दिल को दहलाने वाली यह घटना माल ब्लॉक के राजाडांगा ग्राम पंचायत इलाके के बारोघड़िया गांव के शिमुलतला इलाके में घटी है. पुलिस इन घटनाओं की छानबीन कर रही है. स्थानीय सूत्रों […]
मालबाजार : अपने 4 साल के मासूम बेटे को तालाब में डूबोकर मारने के बाद पिता ने पेड़ से लटककर फांसी लगा ली. दिल को दहलाने वाली यह घटना माल ब्लॉक के राजाडांगा ग्राम पंचायत इलाके के बारोघड़िया गांव के शिमुलतला इलाके में घटी है. पुलिस इन घटनाओं की छानबीन कर रही है.
स्थानीय सूत्रों से पता चला है कि पंडित उरांव (35) का बेटा अभिराज उरांव जन्म के बाद से एक विचित्र रोग से ग्रस्त था. उसके शरीर में मलद्वार नहीं था. नाभी के उपर एक छिद्र था जहां से वह बड़ी मुश्किल से मलत्याग करता था. इसी महीने उसका ऑपरेशन करवाया जाना था. अनुमान लगाया जा रहा है कि आर्थिक तंगी के कारण पंडित उरांव कुछ ज्यादा ही परेशान था.
रविवार की शाम 7 बजे पिता पंडित उरांव ने अपनी पत्नी से रसोई बनाने के लिए कहा और उसके बाद ही वह बेटे को लेकर पास के तालाब चला गया. वहां उसने अपने जिगर के टुकड़े को डूबो दिया. इसके बाद पास के एक पेड़ की डाल में खुद को फंदे से लटका लिया.
सूचना मिलने पर माल थाना और क्रांती थाना पुलिस मौके पर पहुंची जिसके बाद दोनों शवों को जब्त कर लिया गया. सोमवार को शवों को पोस्टमार्टम के लिए जलपाईगुड़ी सदर अस्पताल भेज दिया गया. इस घटना से इलाके में शोक का माहौल है.
जानकारी अनुसार पंडित उरांव स्थानीय एक चाय बागान में श्रमिक का काम करता था. वह एक तरफ परिवार की आर्थिक संकट से जूझ रहा था तो दूसरी ओर अपने बेटे के रोग को लेकर परेशान रहता था. कई माह बाद अभिराज का ऑपरेशन होने वाला था जिसके चलते वह चिंतित रहने लगा था.
इसी से संभवत: मानसिक अवसाद से गुजरने के बाद रविवार को अपने बेटे को नींद की हालत में बिछावन से उठाकर निकटवर्ती एक तालाब ले गया और तालाब के कीचड़ में उसे डूबो दिया. उसका पैर तालाब के बाहर दिखायी दे रहा था. पंडित के भाई सुशील उरांव ने बताया कि उस समय वह टेलीविजन देख रहा था.
पत्नी घर के काम में व्यस्त थी. उसके चिल्लाने की आवाज से वह और पड़ोसी बाहर निकले. अभिराज को बिछावन पर नहीं देखकर उसकी तलाश शुरु की गयी. टॉर्च की रोशनी में देखा कि बड़े भाई पेड़ से लटक रहे थे. उसके बाद उन लोगों ने अभिराज के शरीर को तालाब में देखा. उसे तत्काल ही स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका. माल थाना पुलिस ने इसको लेकर एक अस्वाभाविक मामला दर्ज किया है.
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