लखनऊ : उत्तर प्रदेश में राजधानी लखनऊ की कैण्ट विधानसभा सीट पर सबकी नजर है जहां से दो कद्दावर महिला उम्मीदवारों के बीच सीधा मुकाबला होगा. एक ओर कांग्रेस छोडकर भाजपा का दामन थामने वालीं वर्तमान विधायक रीता बहुगुणा जोशी हैं तो दूसरी ओर उनके सामने सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव हैं, जो चुनावी पारी शुरू करने जा रही हैं.
रीता कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हेमवती नंदन बहुगुणा की बेटी है. वह सीट पर कब्जा बरकरार रखने के लिए चुनाव मैदान में उतरेंगी. दूसरी ओर राजनीतिक रुप से हाल के दिनों में सुर्खियां बनी समाजवादी पार्टी ने अपर्णा को प्रत्याशी बनाया है जो चुनावी मैदान में नई हैं.
अपर्णा के लिए कैण्ट सीट आसान नहीं होगी क्योंकि 2012 के चुनाव में रीता कांग्रेस के टिकट से यहां जीत चुकी हैं. पूर्व में भाजपा के सुरेश तिवारी भी यहां से विधायक रहे हैं. अपर्णा को उम्मीदवार बनाने का ऐलान काफी पहले हो चुका था लेकिन सपा में अंतर्कलह और घमासान के बाद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के पार्टी का नया अध्यक्ष बनने पर अपर्णा की सीट को लेकर अनिश्चितता बनी हुई थी.
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अब सपा ने अपर्णा को टिकट दे दिया है तो निश्चित तौर पर साबित होता है कि पार्टी नेतृत्व को अपर्णा में विश्वास है. मुलायम ने जिन लोगों की सूची प्रत्याशी बनाने के मकसद से अखिलेश को सौंपी थी, उसमें अपर्णा का नाम था.