अयोध्या : कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के हनुमान गढी मंदिर में हनुमान जी के दर्शन करने और हनुमान के स्वामी भगवान राम के दर्शन नहीं करने को मुद्दा बनाते हुए विश्व हिन्दू परिषद ने आज कहा कि राहुल की यात्रा राजनीति से पे्ररित है.श्रीराम जन्म भूमि न्यास के सदस्य दिगंबर अखाडा के महंत सुरेश दास ने कहा, ‘‘राहुल गांधी की यात्रा राजनीति से प्रेरित है. अयोध्या दर्शन भी उसी का अंग है. हनुमान जी को प्रसन्न करने से पहले स्वामी (राम) को भूल गये.’ न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास के उत्तराधिकारी और केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल के सदस्य महंत कमल नयन दास ने कहा, ‘‘राहुल का हनुमान गढी में दर्शन अपूर्ण है.
स्वामी का दर्शन किये बिना सेवक मनोकामनाओं को कैसे पूरा कर सकते हैं.’ विहिप के मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने आरोप लगाया कि मुसलमानों का वोट पाने के लिए राहुल राम लला का दर्शन करने नहीं गये जबकि राम लला का मंदिर हनुमानगढी से कुछ दूरी पर ही है.उल्लेखनीय है कि राम मंदिर आंदोलन के बाद से उत्तर प्रदेश की सत्ता से दूर हुई कांग्रेस के उपाध्यक्ष आज भगवान हनुमान का आशीर्वाद लेने के लिये अयोध्या स्थित हनुमानगढी पहुंचे। वर्ष 1992 में विवादित ढांचा गिराये जाने के बाद अयोध्या की यात्रा करने वाले वाले नेहरु-गांधी परिवार के वह पहले सदस्य हैं. राहुल ने हनुमानगढी के महंत ज्ञानदास से भी मुलाकात की जो विहिप विरोधी समझे जाते हैं