KANPUR NEWS: चोरी के संबंध में कानपुर के किदवईनगर की लाल कालोनी पुलिस चौकी लाए गए युवक ने पिटाई के बाद इतना सहम गया कि बाथरूम में रखा फिनायल पी लिया. जब युवक की हालत बिगड़ने लगी तो अफरा तफरी में पुलिस कर्मियों ने उसे पास स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती करा दिया. फिलहाल जहां उसका इलाज चल रहा है.वहीं पुलिस ने युवक की पिटाई की बात से इनकार कर दिया है.
युवक के बड़े भाई अंकित ने बताया पूरी कहानी
भाई अंकित का कहना है, गुरुवार दोपहर सुमित बिस्कुट फैक्टरी से मित्र के साथ घर वापस लौट रहा था, तभी साकेतनगर स्थित दीप तिराहे के पास एक कार से सादे कपड़ों में चार व्यक्ति आते हैं और कार में बैठने को कहते हैं.जिसके बाद सुमित व उसके साथी को अपने साथ घुमाते रहे. फिर किदवईनगर थाने की लाल कॉलोनी पुलिस चौकी पहुंचे. वहां उनके ऊपर बाइक चोरी करने का आरोप लगा और जिसके बाद उनकी काफी पिटाई की गई.शाम तक चौकी में बैठाए रहे. जिसके बाद सुमित पुलिस के मार से इतना सहम गया कि चौकी के बाथरूम में लघुशंका जाने के दौरान वॉशरूम में रखा फिनायल पी लिया. जिसके बाद वहां मौजूद पुलिस कर्मी अस्पताल ले गए और घटना की जानकारी परिजनों को दी. किदवईनगर इंस्पेक्टर ने बताया कि पुलिस वाहन चोरी के आरोप में युवकों को चौकी लेके आई थी, पूछताछ से बचने के लिए उसने वॉशरूम में रखा फिनायल पी लिया है.फिलहाल युवक खतरे से बाहर है.
पुलिस के ऊपर लगाए गए सेटलमेंट के गंभीर आरोप
पुलिस चौकी में पिटाई से आहत होकर फिनायल पीने वाले सुमित शुक्ला के साथ ही पुलिस ने उसके मित्र को भी उठाया था. सुमित के भाई अंकित के अनुसार भाई के मित्र को रुपये लेकर छोड़ दिया गया. यह जानकारी छोड़े गए युवक के भाई ने सुमित के भाई से फोन के माध्यम से कहा और बोला रुपये देकर मामला सेटल कर लो, नहीं तो पुलिस मार मार के हड्डियां तोड़ देगी. वह अपने भाई को किसी तरह एक लाख रुपये देकर वहां से छुड़वा लाया है. हालांकि अंकित ने रुपये देने के लिए इनकार कर दिया. गल्लामंडी के निवासी सुमित के बड़े भाई सूर्या उर्फ अंकित शुक्ला वाहन चलाने का कार्य करते हैं.उनके परिवार में पिता राजेश शुक्ला हैं और मां सुधा शुक्ला व छोटा भाई सुमित है.