प्रयागराज के यमुनानगर में कौंधियारा थाना अंतर्गत सेहरा गांव में गुरुवार देर रात दिल को दहला देने वाली घटना सामने आई है. 16 वर्ष के लड़के ने अपने ही 52 वर्षीय पिता भरत लाल पटेल को लोहे की राड से पीट-पीटकर मार डाला.उसके बाद नशे की हालात में वह किशोर बालक कौंधियारा थाना पहुंचा और बताया कि मैने अपने पिता का कत्ल किया है.इसके बाद वह स्थित पुलिस वालो ने उसे पागल समझ कर वहां से भगा दिया.लेकिन कुछ ही देर में कुछ लोगों ने पुलिस को यह जानकारी दी कि वह यह सही बोल रहा है उसने अपने पिता की हत्या कर दी है.यह बात सुनते ही पुलिस वाले दंग रह गए और तुरंत गिरफ्तारी के लिए भागे.इसके बाद मृतक भरत लाल की सबसे छोटी बेटी नेहा ने तहरीर देकर हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है.
पूरा मामला यह है….
कौंधियारा थाना अंतर्गत सेहरा ग्राम निवासी भरत लाल पटेल की चार पुत्रियां सविता, कविता, सरिता व नेहा हैं, जबकि एक 16 वर्षीय पुत्र है. सविता की शादी ददरी नैनी व कविता का विवाह टिकुरी कौशांबी में हुआ है. सरिता व नेहा का अभी विवाह नहीं हुआ हैं और दिल्ली में रह कर प्राइवेट नौकरी करती हैं. गांव के घर पर भरत लाल पटेल अपने 16 वर्षीय पुत्र के साथ रहते थे.उस रात उसकी उसके पिता से पैसे मांगने की बात पे नोक झोंक हुई थी जिसके बाद आक्रोशित होके किशोर ने लोहे की रॉड से पिता पे एक के बाद एक कई वार किए थे जिसके बाद उसके पिता की मृत्यु हो गई.
थाना प्रभारी कुलदीप शर्मा का कहना है कि…..
थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी किशोर खुद थाने नहीं आया था.उसे गिरफ्तार कर हत्या में प्रयुक्त राड बरामद करली गई है. पुलिस पूछताछ में उसने बताया कि उसके पिता उसे रुपये नहीं दे रहे थे, जिस कारण से आक्रोशित होकर उसने अपने पिता की रॉड से पीट पीटकर हत्या कर दी.
चार महीने पहले भी पिता को मारा पीटा था
भरत लाल पटेल को उसके पुत्र ने पिछले वर्ष दिसंबर में भी मारा पीटा था. जिसकी जानकारी होने पर पुत्री सरिता ने कौंधियारा थाने में जाकर प्रार्थना पत्र दिया था, लेकिन कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं हुई थी.नेहा ने बताया कि अक्सर उसका छोटा भाई पिता से शराब पीने के लिए पैसे मांगता था और जब पिता जी इनकार करते थे तो वह उनके साथ मारपीट करता था.
विवेक चंद यादव, डीसीपी यमुनानगर का कहना है
भरत लाल पटेल ने अपनी जमीन का कुछ हिस्सा बेच दिया था.चारों पुत्रियों को बराबर के हिस्से से रुपये दिए थे.नाबालिग पुत्र की हरकतें ठीक नहीं थीं, जिस कारण वह उसे रुपये नहीं दिया करते थे.वह कभी घूमने तो कभी दूसरे बहाने से रुपये मांगता था. भरत लाल इनकार करते थे, जिस पर झगड़ा होता था. इसी को लेकर गुरुवार देर रात भी दोनों के बीच विवाद हुआ था.