लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बदायूं में दो किशोरियों की बलात्कार के बाद फांसी चढाकर हत्या की वीभत्स घटना को लेकर राजनीति तेज हो गयी है.विपक्षी दल जहां इस मुद्दे को लेकर राज्य सरकार को चौतरफा घेरकर उसकी मुसीबतें बढाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं, वहीं सरकार एक के बाद एक कडी कार्रवाई करके और पीडितों के जख्मों पर मरहम रखकर इस मुद्दे पर और राजनीतिक नुकसान नहीं होने देने का भरसक प्रयास कर रही है.
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने जहां आज बदायूं के कटरा सादतगंज गांव जाकर वारदात की शिकार लडकियों के परिजन से मुलाकात की और मामले की सीबीआई जांच की परिजन की मांग से सहमति जतायी. वहीं, बसपा प्रमुख मायावती ने भी कल पीडित परिजन से मिलने का फैसला किया है.मामले के राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बनने के बीच केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह और बाल एवं महिला कल्याण मंत्री मेनका गांधी के भी जल्द ही कटरा सादतगंज जाने की खबर है. हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.
कांग्रेस, भाजपा और बसपा के प्रतिनिधिमण्डल पहले ही कटरा सादतगंज जाकर हालात का जायजा ले चुके हैं. इसके अलावा राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम भी कल गांव जाकर पीडित परिजन से मुलाकात कर चुकी है. इस बीच, राज्य सरकार ने पीडित परिजन को पांच-पांच लाख रुपए मुआवजे की घोषणा करने के बाद आज उनकी मांग के अनुरुप प्रकरण की सीबीआई से जांच कराने का फैसला किया.
गौरतलब है कि उसहैत थाना क्षेत्र के कटरा सादतगंज क्षेत्र में गत मंगलवार की रात शौच के लिए गयी 14 तथा 15 साल की चचेरी बहनों के शव अगले दिन सुबह एक बाग में पेड पर फांसी से लटकते पाये गये थे. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उनकी सामूहिक बलात्कार के बाद फांसी पर चढाकर हत्या किया जाने की पुष्टि हुई थी. इस मामले में दो आरक्षियों समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. आरोपी आरक्षियों को बर्खास्त कर दिया गया है.