राउरकेला. राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) के कैप्टिव पावर प्लांट-1 (सीपीपी-1) के पावर एंड ब्लोइंग स्टेशन (पीबीएस) में किसी भी संभावित घटना से निपटने के लिए आपातकालीन तैयारियों को सुदृढ़ बनाने के लिए केबल सेलर में शुक्रवार को अग्नि पर पहली बार रात्री कालीन आकस्मिक मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया. वैधानिक आवश्यकता के तहत, यह अभ्यास आरएसपी की ऑनसाइट आपदा प्रबंधन प्रणाली और इससे जुड़े कर्मियों की प्रभावशीलता का आकलन करने के लिए किया गया था. मॉक ड्रिल 00:42 बजे शुरू हुई और 01:15 बजे साइट इंसिडेंट कंट्रोलर, महा प्रबंधक प्रभारी (सीपीपी-1) केएस विर्दी द्वारा स्थिति को नियंत्रण में घोषित किया गया. पूरे ग्रुप को तीन टीमों में विभाजित किया गया था. लड़ाकू दल, बचाव दल और सहायक दल. सभी टीमों ने अच्छा प्रदर्शन किया और 33 मिनट के भीतर अभ्यास पूरा कर लिया.
आरएसपी के वरिष्ठ अधिकारियों ने किया निरीक्षण
मॉक ड्रिल को महा प्रबंधक (सीपीपी-1, ऑपरेशन एवं मेंटेनेंस) एनसी परिडा, महा प्रबंधक (सीपीपी-1, इलेक्ट्रिकल) बीवी दाश, उप महा प्रबंधक (अग्निशमन सेवाऍं) एमआइ सोनकुसरे और सुरक्षा, अग्निशमन सेवाएं, ओएचएससी, सीआइएसएफ और सीपीपी-1 के कई वरिष्ठ अधिकारियों ने साक्षात देखा. सीआइएसएफ टीम ने पूरे अभ्यास के सुरक्षित निष्पादन और सद्भाव बनाये रखने के लिए क्षेत्र की घेराबंदी करके अभ्यास में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी. अभ्यास के अंत में महा प्रबंधक (ऑपरेशन एवं मेंटेनेंस) सीपीपी-1, महा प्रबंधक (सीपीपी-1 इलेक्ट्रिकल) और उप महाप्रबंधक (अग्निशमन सेवाएं) द्वारा समीक्षा की गयी.
कुछ क्षेत्रों में और अधिक सुधार के लिए दिये सुझाव
वरिष्ठ अधिकारियों ने पूरे अभ्यास की सराहना की और कुछ क्षेत्रों में और अधिक सुधार के लिए सुझाव दिये. पूरे अभ्यास का समन्वय वरिष्ठ प्रबंधक और विभागीय सुरक्षा अधिकारी (सीपीपी-1) रघुवीर सिंह द्वारा श्री विर्दी, श्री परिडा और श्री दाश के मार्गदर्शन में किया गया. पीबीएस, सीपीपी-1 और सभी संबंद्धित विभागों के सामूहिक प्रतिभागियों ने अभ्यास के सफल संचालन में उत्साहपूर्वक भाग लिया.
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