Rourkela News: क्योंझर खनन क्षेत्र के बाद सौम्य शंकर चक्र (राजा चक्र) ने कोइड़ा खनन क्षेत्र में भी अपने कार्य क्षेत्र का विस्तार किया है, जिसे सुंदरगढ़ की खनन राजधानी के रूप में जाना जाता है. क्योंझर के शुवाकाठी में स्थित ओडिशा माइनिंग कॉरपोरेशन द्वारा संचालित गंधमार्धन खदान पर इओडब्ल्यू ने दो दिनों तक छापेमारी की थी, क्योंकि इसमें एक लोडिंग एजेंसी से जुड़े करोड़ों रुपये के भ्रष्टाचार का मामला उजागर हुआ था. जिसमें इसकी जड़ें कोइड़ा में भी होने का मामला सामने आया था. वहीं राजा चक्र के बेनामी लेनदेन के संबंध में 07 सात फरवरी को इओडब्ल्यू भुवनेश्वर में केस नंबर 3 दर्ज किया गया था.
जब्त हाइवा कोइड़ा थाना को सौंपा गया
राज्य में 10 स्थानों पर छापेमारी करते हुए इओडब्ल्यू ने मंगलवार की शाम को सुंदरगढ़ जिले के कोइड़ा खनन मंडल पहुंचकर कोइड़ा क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर स्थित वेब ब्रिजों से वाहनों की सूची निकाली तथा 10 हाइवा को जब्त कर कोइड़ा थाने को सौंप दिया. जब्त किये गये 10 वाहन मेसर्स शंकर मिनरल्स और दिव्यांसी एसोसिएट्स के नाम पर पंजीकृत हैं, जबकि इस कंपनी के मालिकों की पहचान सौम्या शंकर चक्र (राजा चक्र) और ज्योति रंजन मिश्रा के रूप में हुई है. बुधवार को भी इओडब्ल्यू की दो सदस्यीय टीम गहन जांच जारी रखे हुए थी तथा वे कोइड़ा में विभिन्न खनन और परिवहन कंपनियों का दौरा कर पूछताछ कर रही थी. दूसरी ओर, कोइड़ा क्षेत्र में इस बात की चर्चा है कि राजा चक्र का काला साम्राज्य यहां पर ई उच्च पदस्थ अधिकारियों, नेताओं और ट्रांसपोर्टरों द्वारा भी चलाया जाता रहा है.
राउरकेला : चेक बाउंस मामले में पंचायत के कार्यकारी अधिकारी गिरफ्तार
लहुणीपाड़ा पुलिस की ओर से बड़पुरनापानी पंचायत के कार्यकारी अधिकारी को एक चेक बाउंस मामले में गिरफ्तार किया है. यह मामला क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है. बुधवार को पंचायत कार्यालय परिसर में महिला दिवस मनाने के लिए सभी तैयारियां की जा रही थीं. इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए पंचायत अधिकारी सोमा केरकेट्टा पंचायत कार्यालय में उपस्थित थे. इसी दौरान लहुणीपाड़ा पुलिस वहां पहुंची और उसे अपने साथ ले गयी. जिससे बैठक में उपस्थित सभी लोग आश्चर्यचकित हो गये. पुलिस की ओर से बताया गया है कि लहुणीपाड़ा पुलिस ने उसे वारंट पर उदितनगर जेएमएफसी कोर्ट में पेश किया है. एक चेक बाउंस मामले में उन्हें कोर्ट में पेश होने का नोटिस दिया गया था. लेकिन उन्होंने इसकी अनदेखी की. अंततः उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है