चक्रधरपुर. दक्षिण पूर्व रेलवे मेंस यूनियन चक्रधरपुर रेल मंडल की वर्ष 2025 की पहली मंडल स्तरीय दो दिवसीय पीएनएम की बैठक शुक्रवार को मंडल रेल प्रबंधक तरुण हुरिया की अध्यक्षता में हुई. दूसरे दिन 30 में 20 मुद्दों पर सहमति बनी. बैठक में चक्रधरपुर रेल मंडल के कर्मचारियों के हित में कई निर्णय लिये गये. मंडल संयोजक एमके सिंह व केंद्रीय पदाधिकारी शिवजी शर्मा ने कहा कि पीएनएम में 30 मुद्दों को प्रमुखता से रखा गया. इसमें 20 मुद्दों पर रेलवे प्रशासन की सहमति बनी. इससे रेल कर्मचारियों की ज्वलंत समस्याएं दूर होंगी. डीआरएम श्री हुरिया ने सभी को आश्वस्त किया कि कर्मचारियों व उनके परिजनों की समस्याओं को लेकर रेलवे संवेदनशील है. सभी समस्याओं का जल्द निराकरण का प्रयास होगा. इस मौके पर अपर मंडल रेल प्रबंधक विनय कुजूर, वरीय मंडल कार्मिक अधिकारी डॉ ऋषभ सिन्हा समेत सभी विभागों के अधिकारी व मेंस यूनियन की सभी शाखाओं के सचिव व अध्यक्ष मौजूद थे.
इन मुद्दों पर बनी सहमति. रेल मंडल में सभी पुराने जर्जर र्क्वाटरों को अयोग्य घोषित किया जायेगा. जर्जर क्वार्टरों को सूचीबद्ध कर तोड़ा जायेगा. रेल मंडल के सभी कॉलोनियों में बाउंड्रीवाल. रेल मंडल की सभी कॉलोनियां असुरक्षित है. सभी रेलवे कॉलोनियों में चोरी की घटनाएं बढ़ रही हैं. इसे देखते हुये रेल मंडल की सभी कॉलोनियों में चहारदीवारी बनायी जायेगी. रेलवे कॉलोनियों में बेहतर सुरक्षा का इंतजाम किया जायेगा. वहीं दूसरी ओर आवास भत्ता के लिए आवेदन जमा करने वाले कर्मचारियों को एक माह के अंतराल में राशि का भुगतान होगा. रेल मंडल का सबसे सुदूरवर्ती क्षेत्र सरडेगा सुविधा विहिन है. फिर भी रेलवे द्वारा कर्मचारियों को सरडेगा भेजा जा रहा है. सरडेगा में मूलभूत सुविधाओं का अभाव होने के कारण कर्मचारियों को काफी असुविधा होती है. इसे देखते हुए मेंस यूनियन ने सरडेगा में स्थायी तौर पर सरडेगा में पदस्थापन पर रोक लगायी गयी. सरडेगा स्थानांतरण रोटेशन के आधार पर होगा. सीनी तालाब का सौंदर्यीकरण होगा. सीनी रेलवे तालाब का चहारदीवारी निर्माण कर जलस्तर बढ़ाया जायेगा. साथ ही तालाब का सौंदर्यीकरण किया जायेगा. इस तालाब के पानी के शुद्धिकरण कर रेलवे के कॉलोनियों में रेलवे द्वारा जलापूर्ति की जाती है. इसे लेकर तालाब के जलस्तर को बढ़ाया जायेगा.ट्रैक मेंटनरों की पेट्रोलिंग की दूरी कम होगी
ब्रांच लाइन से मेन लाइन पर आने के लिए इच्छुक कर्मचारियों को काफी राहत मिलेगी. रेल मंडल के पुराने ट्रांसफर पॉलिसी को मेंस यूनियन ने यथावत रखने के लिये कहा है. इसपर रेलवे ने सहमति जतायी है. जिससे जल्द ही ट्रांसफर पॉलिसी लागू की जायेगी. ट्रैक मेंटनरों की पेट्रोलिंग दूरी को कम करने के लिये रेलवे ने सहमति जतायी. इससे ट्रैक सुरक्षा के लिये पेट्रोलिंग करने वाले ट्रैक मेंटनरों को ट्रैक पर अधिक दूरी तय नहीं करना पड़ेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है