इलाहाबाद बैंक लूटने दो बाइक से चार अपराधी से आये थे. अपराधियों ने योजनाबद्ध तरीके से बैंक लूटकांड को अंजाम दिया. सबसे पहले एक अपराधी बैंक के अंदर गया. उसने गार्ड को मारकर लहूलुहान कर दिया.
इससे उसने बैंक के सभी कर्मचारियों व वहां मौजूद ग्राहकों का ध्यान भटका कर अपनी अोर कर लिया. इसके तुरंत बाद तीन और हथियारबंद बैंक में प्रवेश कर गये और मौका मिलते ही सभी को पिस्टल की नोक पर रख लिया और लूटपाट शुरू कर दी. करीब 20 मिनट तक बैंक पूरी तरह से अपराधियों के कब्जे में रहा. इस दौरान एक भी व्यक्ति बैंक के अंदर या बाहर नहीं हुआ. बड़ी आसानी से चारों अपराधी लूटे हुए रुपये, गार्ड का बंदूक व सीसीटीवी का मशीन लेकर बाइक से फरार हो गये.
अपराधी बंदूक लहराते हुए बाटा रोड चौक, तंबाकू पट्टी होते हुए चांदमारी ओर से भाग निकले. अपराधियों को जाते सैकड़ों को लोगों ने देखा, लेकिन किसी ने हथियारबंद अपराधियों को रोकने तक की हिम्मत नहीं की. अपराधियों के फरार होने के बाद घटना की खबर आग की तरह शहर में फैल गयी.
चक्रधरपुर : इलाहाबाद बैंक लूटने दो बाइक से चार अपराधी से आये थे. अपराधियों ने योजनाबद्ध तरीके से बैंक लूटकांड को अंजाम दिया. सबसे पहले एक अपराधी बैंक के अंदर गया. उसने गार्ड को मारकर लहूलुहान कर दिया. इससे उसने बैंक के सभी कर्मचारियों व वहां मौजूद ग्राहकों का ध्यान भटका कर अपनी अोर कर लिया. इसके तुरंत बाद तीन और हथियारबंद बैंक में प्रवेश कर गये और मौका मिलते ही सभी को पिस्टल की नोक पर रख लिया और लूटपाट शुरू कर दी.
करीब 20 मिनट तक बैंक पूरी तरह से अपराधियों के कब्जे में रहा. इस दौरान एक भी व्यक्ति बैंक के अंदर या बाहर नहीं हुआ. बड़ी आसानी से चारों अपराधी लूटे हुए रुपये, गार्ड का बंदूक व सीसीटीवी का मशीन लेकर बाइक से फरार हो गये. अपराधी बंदूक लहराते हुए बाटा रोड चौक, तंबाकू पट्टी होते हुए चांदमारी ओर से भाग निकले. अपराधियों को जाते सैकड़ों को लोगों ने देखा, लेकिन किसी ने हथियारबंद
अपराधियों को रोकने तक की हिम्मत नहीं की. अपराधियों के फरार होने के बाद घटना की खबर आग की तरह शहर में फैल गयी.
इलाहाबाद बैंक के वरीय शाखा प्रबंधक एस रमन प्रसाद ने बताया कि चार हथियारबंद अधिकारी बंदूक की नोक पर घटना को अंजाम दिया. बताया कि करीब सवा एक बजे वे अपने चैंबर में बैठ कर काम कर रहे थे. अचानक नजर पड़ी की बैंक गार्ड वीरेंद्र बोयपाई से कोई व्यक्ति लड़ाई कर रहा है. चैंबर से बाहर आकर देखा, तो गार्ड को मार कर लहूलुहान कर दिया था. इस क्रम में तीन और हथियारबंद अपराधी बैंक के अंदर प्रवेश कर गये. सभी अपराधियों ने बैंक अधिकारियों की कनपट्टी पर हथियार सटा दिया.
अपराधियों ने आवाज नहीं करने की धमकी दी. सभी हिंदी में ही बात कर रहे थे. उनकी उम्र 20-25 साल के बीच की थी. बैंक के अंदर सात कर्मचारी व करीब दस ग्राहक मौजूद थे. 20 मिनट तक अपराधी बैंक के अंदर ताडंव मचाया. कंप्यूटर तोड़ा, कैश चैंबर लात मार कर तोड़ दिया. सीसीटीवी का मशीन व गार्ड का बंदूक व 16.32 लाख रुपये लेकर भाग गये. जिस वक्त अपराधी घटना को अंजाम दे रहे थे, बैंक कर्मचारी व अधिकारी मूकदर्शक बने रहे.
घटना बाद आसपास की दुकानें हुई बंद
बैंक लूट के बाद आसपास की सभी दुकानें बंद हो गयीं. बैंक के आसपास करीब एक दर्जन से अधिक दुकानें हैं. बैंक लूट कर जब अपराधी हथियार लहराते हुए गये तो सभी की नजर उन पर पड़ी. इसके बाद सभी दुकानदारों ने अपनी-अपनी दुकानें बंद कर दी. घटना के बाद कुछ मिनट तक बैंक के बाहर सन्नाटा पसरा रहा.
जिस वक्त बैंक में अपराधी घटना को अंजाम दे रहे थे, उस वक्त बैंक के अंदर एक चावल व्यापारी भी मौजूद था. व्यापारी ने बताया कि पहली बार इस तरह की घटना देखी, सहम गया हूं. उन्होंने कहा कि इस तरह की घटना वे फिल्मों में देखा करते थे, लेकिन आज आंखों के सामने देख लिया. बैंक के अंदर दो महिलाएं समेत करीब 10 की संख्या में ग्राहक मौजूद थे. अपराधियों की हरकत को देख सभी ग्राहक सहम गये. वे रुपये जमा करने 10 मिनट पहले बैंक में घुसे थे.
काउंटर में कतार में खड़े थे. इस क्रम में अपराधी बैंक में घुस आये. अपराधी ग्राहकों के साथ कुछ भी नहीं किया. बैंक में कैशियर चैंबर व अंदर स्ट्रांग में घुस कर रुपये लिए और भाग निकले. सभी अपने हाथ में हथियार लहरा रहे थे. अपराधी बैंक से भागने के बाद वह डरे सहमे घर वापस आ गये.