स्वास्थ्य सेवा रही ठप
एमपीडब्ल्यू ने अपनी समझ से दवा का किया वितरण
सोनुआ : सोनुआ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दूसरे दिन शनिवार को भी चिकित्सीय सेवा ठप रही. ओपीडी में कोई डॉक्टर माैजूद नहीं थे. जिस कारण शनिवार की सुबह करीब 11 बजे आग से जल कर अस्पताल पहुंचे पांच वर्षीय मासूम कार्तिक का इलाज नहीं हो पाया एवं लौटना पड़ा. जिससे परिजनों ने स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया.
सुबह नौ बजे से दोपहर करीब दो बजे तक ओपीडी में चिकित्सक की कुर्सी खाली पड़ी थी. जिस कारण मरीजों को बिना इलाज के वापस लौटना पड़ा. वहीं कई मरीजों को दवाई काउंटर में बैठे एमपीडब्ल्यू (मल्टीपरपस वार्कर) ने ही अपनी समझ से दवाओं का वितरण किया. वहीं दूसरी ओर अस्पताल पहुंची गर्भवती महिलाओं का उपचार एएनएम के द्वारा किया गया.
मालूम हो कि शुक्रवार को भी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सा सेवा पूरी तरह ठप रही थी. दवाई का काउंटर भी बंद रहा था. जिस वजह से सीएचसी पहुंचे 100 से ज्यादा मरीजाें को बिना इलाज बैरंग लौटना पड़ा था. साथ ही इससे पूर्व 21 फरवरी को भी दवाई काउंटर चार घंटे तक बंद रहा था.
क्या है मामला : डॉ जयश्री ने प्रभारी डॉ नरेश बास्के की शिकायत सीएस , कोल्हान आयुक्त, जिला उपायुक्त, स्वास्थ्य सचिव, मुख्यमंत्री जनसंवाद व महिला आयोग में की है. उन्होंने डॉ बास्के पर तीन वर्षों से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है. केंद्र के कर्मी के साथ नाम जोड़कर अपशब्द का प्रयोग करने का भी आरोप लगाया है .