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पैसों के लिए मेडॉल लैब में बीपीएल मरीज की खून जांच में हुई देर, मौत

पैसे का इंतजाम करने में हुई देर, सुबह से शाम तक दौड़ते रहे परिजन लैब कर्मचारी के खिलाफ दो दिनों में होगा एफआइआर चाईबासा : मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने के लिए चाईबासा सदर अस्पताल परिसर में राज्य सरकार ने मेडॉल लैब व हेल्थमैप डाइग्नोस्टिक सेंटर को हरी झंडी दी. इन सेंटरों में बीपीएल […]

पैसे का इंतजाम करने में हुई देर, सुबह से शाम तक दौड़ते रहे परिजन

लैब कर्मचारी के खिलाफ दो दिनों में होगा एफआइआर
चाईबासा : मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने के लिए चाईबासा सदर अस्पताल परिसर में राज्य सरकार ने मेडॉल लैब व हेल्थमैप डाइग्नोस्टिक सेंटर को हरी झंडी दी. इन सेंटरों में बीपीएल कार्डधारी का इलाज नि:शुल्क होना है. जबकि फर्जी तरीके से बीपीएल कार्डधारी से पैसे लिये जा रहे हैं. मेडॉल लैब के कर्मचारियों की लापरवाही के कारण बीपीएल कार्डधारी टीबी मरीज जोंगड़ो पुरती की मौत हो गयी. मेडाल लैब ने बीपीएल मरीज जोंगड़ो पुरती की खून जांच के लिए 590 रुपये की मांग की. बीपीएल कार्ड दिखाने पर बी कर्मचारी नहीं माने. ऐसे में मरीज के परिजनों को पैसे का इंतजाम करने में समय लग गया.
कई घंटे बाद पैसे लाकर देने पर खून जांच हुई. इसके कारण मंगलवार को उसकी मौत हो गयी. इसका खुलासा गुरुवार को मामले की जांच के लिए पहुंची टीम के समक्ष हुआ. जांच टीम में जिला परिषद अध्यक्ष चांदमुनी पुरती, सीएस हिमांशु भूषण बरवार, डॉ संजय कुजूर, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ एमपी गोपालिका, जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी डॉ एएन डे आदि मौजूद थे.
लैब के टेक्नीशियन ने माना, कर्मचारी ने लिये पैसे : जांच टीम के समक्ष मेडॉल लैब के कर्मचारी एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाते रहे. लैब टेक्निशियन कपिल महतो ने कबूल किया कि बीपीएल मरीज से रुपये लिये गये हैं. उक्त राशि पंकज ने लिए है.’ मरीज जोंगड़ों पूर्ति खून जांच के लिए आया था. इस दौरान पंकज ने पैसों की मांग की. मरीज के परिजनों ने पैसे नहीं होने की बात कहीं. मैंने पंकज को रुपये लेने से मना किया. पंकज ने कहा – कुछ नहीं होता है. इसके बाद कपिल ने रंजीत नामक सिक्युरिटी गार्ड को लैब देखने को कहकर प्रयोगशाला में चला गया. इसके बाद पंकज ने बीपीएल मरीज से पैसे लिये और खून जांच की. मरीज के परिजनों को जीरो एमाउंट का भुगतान स्लिप दिया. इसके बाद पंकज लैब नहीं आया है.
पंकज ने दो मई को मेडॉल से काम छोड़ दिया है : इंचार्ज : मेडॉल लैब सेंटर के इंचार्ज असगर अली खान ने कहा कि पंकज कुमार सिंह ने हमारे यहां लैब टेक्नीशियन था. बीते 2 मई को पंकज ने लैब का काम छोड़ दिया. पंकज ने बताया कि उसका काम झींकपानी के किसी कंपनी में हो गया है. कपिल मेडॉल का कर्मचारी है. रविवार को पंकज क्यों आया था और किसकी इजाजत से उसने कंप्यूटर से बिल निकाला. यह जानकारी उसे नहीं है.
कैसे चलता था रुपयों का खेल
मेडॉल लैब के सॉफ्टवेयर में में बीपीएल मरीज का केवल नाम व पता भरा जाता है. मोबाइल नंबर और बीपीएल कार्ड नंबर दर्ज नहीं किया जाता है. इसके बाद सॉफ्टवेयर में एक फर्जी इंट्री मार उसकी कॉपी मरीज के परिजनों को दी जाती है. लैब इंचार्ज ने बताया कि मरीज का मोबाइल नंबर व बीपीएल नंबर इंट्री करने का प्रावधान सॉफ्टवेयर में नहीं है.
अस्पताल में होने वाली जांच भी कर रहे लैब : सीएस हिमांशु भूषण ने पाया कि अस्पताल में होने वाली जांच भी मेडॉल लैब व हैल्थमैप लैब में किया जा रहा है. सीएस ने मेडॉल लैब व हेल्थमैप के सेंटर इंचार्ज एके सिंह को चेताया कि जो जांच अस्पताल में होती है वो नहीं करनी है. बीपीएल मरीज के केटेगरी कॉलम में बीपीएल लिखने से नहीं चलेगा. कैश मेमो में बकायदा बीपीएल नंबर की इंट्री होनी चाहिए. प्रत्येक मेमो में बीपीएल नंबर होना जरूरी है.
खून जांच के लिए बीपीएल टीबी मरीज से मांगे पैसे
हेल्थमैप डाइग्नोस्टिक सेंटर का भी यही हाल
अस्पताल परिसर में संचालित हेल्थमैप डाइग्नोस्टिक सेंटर का भी यही हाल है. यहां भी टीबी मरीज जोंगड़ों पूर्ति व लक्ष्मी नारायण सुंडी से जांच के नाम पर पैसे से लिये गये. हंगामा होने पर सीएस के कहने पर इंचार्ज एके सिंह ने बीपीएल मरीजों को पैसे लौटा दिये.
ग्रामीणों को प्राइवेट लैब ठग रहे हैं. ड्यूटी में कार्यरत कर्मी ने कबूल किया कि बीपीएल मरीज से पैसे लिये गये. इसकी इंट्री मेमो में नहीं है. बीपीएल कार्ड धारकों के बल्ड, एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड की ज्वाइंट रिपोर्ट सरकार के स्वास्थ्य विभाग को भेजूंगी.
– चांदमुनी पुरती, जिला परिषद अध्यक्ष, चाईबासा.
मैं अपनी मां की खून जांच कराने मेडॉल लैब गयी. बीपीएल कार्ड के बावजूद पैसे की मांग की गयी. कहा गया कि नि:शुल्क जांच का कोई प्रावधान नहीं है.
– सुशीला पुरती, जिला परिषद सदस्य, खूंटपानी.
मेरे बच्चे का एक्स-रे करना है. मेरे और मेरे पिता का बीपीएल कार्ड मौजूद है. बच्चे का बीपीएल कार्ड अभी बन नहीं पाया है. इसके बाद भी लैब कर्मी बच्चे का एक्स-रे करने से इंकार कर रहे हैं.
– ज्योति बालन बिरुवा, मंझारी, सहिया.
पंकज अक्सर मेडॉल लैब में आता है. बीपीएल मरीजों से पैसे लेता है. वो अस्पताल के ईद-गिर्द भटकता है. उसे लैब द्वारा पूरी छूट है. इसका फायदा वो उठाता है.
– सलमान नफीस, अटेंडर, बड़ी बाजार.
मामले में संबंधित विभाग के स्टेट रिप्रेजेंटेटिव से पूछताछ की जायेगी. खामियों को सुधारने की हिदायत दी जायेगी. बीपीएल मरीजों से पैसे लेने के मामले में दोषियों पर कार्रवाई होगी. दोषी पर दो दिनों में अस्पताल प्रबंधन एफआइआर दर्ज करायेगा.
– हिमांशु भूषण बरवार, सीएस, सदर अस्पताल, चाईबासा.

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