सिमडेगा. उपायुक्त कंचन सिंह व पुलिस अधीक्षक एम अर्शी की संयुक्त अध्यक्षता में जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक परिसदन भवन में हुई. इसमें उपविकास आयुक्त दीपांकर चौधरी, अनुमंडल पदाधिकारी प्रभात रंजन ज्ञानी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बैजू उरांव समेत जिले के जनप्रतिनिधि, विभिन्न समुदायों के लोग, बुद्धिजीवी, प्रशासनिक पदाधिकारी एवं समिति के सदस्य उपस्थित थे. बैठक में उपायुक्त व एसपी ने जिले में शांतिपूर्ण, सौहार्दपूर्ण और उल्लासपूर्ण वातावरण में दुर्गा पूजा पर्व संपन्न होने पर सभी पूजा समिति, शांति समिति और समन्वय समिति के पदाधिकारियों व सदस्यों को धन्यवाद व बधाई दी. उपायुक्त ने कहा कि सिमडेगा की पहचान भाईचारे व सामाजिक सौहार्द्र से है. यह परंपरा आनेवाले समय में भी इसी तरह बनी रहे, इसके लिए समाज के सभी वर्गों का सहयोग जरूरी है. उपायुक्त व एसपी ने खुशनुमा वातावरण में गीत व कविता के माध्यम से सामाजिक सद्भाव का संदेश दिया. इस पहल का उद्देश्य लोगों के बीच आपसी दूरी को कम करना और समाज में एकता, प्रेम तथा भाईचारे की भावना को प्रोत्साहित करना था. दोनों अधिकारियों ने कहा कि संवाद, संस्कृति व परंपरा को समाज को जोड़ने का सबसे प्रभावी माध्यम है. उपायुक्त ने बैठक में धार्मिक, सांस्कृतिक और साहित्यिक उदाहरणों के माध्यम से सामाजिक समरसता का संदेश दिया. उन्होंने रामायण का प्रसंग सुनाते हुए कहा कि श्रीराम ने रावण युद्ध के समय शौर्य, धैर्य, सत्य, शील, बल, विवेक, दम और परोपकार जैसे मानवीय मूल्यों को सर्वोपरि रखा. एसपी ने कहा कि भारत की संस्कृति साझा संस्कृति है, जहां सभी धर्म और समुदायों के लोग मिल-जुल कर पर्व मनाते हैं. मौके पर एसपी ने मोहम्मद रफी का भजन प्रस्तुत कर आपसी प्रेम और सौहार्द्र का संदेश दिया. बैठक में उपस्थित सभी धर्म और संप्रदायों के लोगों ने जिले की गौरवपूर्ण सौहार्द्र परंपरा को बनाये रखने का संकल्प लिया. बैठक के अंत में पूर्व प्रधान महालेखाकार सह समाजसेवी बेंजामिन लकड़ा के निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त की गयी और उनकी आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया.
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