सिमडेगा. शहरी क्षेत्र में चैती छठ महापर्व को लेकर छठ घाटों की साफ-सफाई पूरी कर ली गयी है. शहरी क्षेत्र के छठ तालाब की सफाई नगर परिषद द्वारा करायी गयी है. छठ तालाब में अन्य वर्षों की तुलना में इस वर्ष अधिक छठ व्रतियों के आने की संभावना है. शहरी क्षेत्र के केलाघाघ डैम परिसर स्थित छठ घाट की स्थिति खराब है. पानी कम होने से घाट की स्थिति खराब हो चुकी है. छठ व्रतियों की सुविधा के लिए केलाघाघ छठ घाट में सीढ़ियों का निर्माण किया गया था. किंतु इस बार सीढ़ी से बहुत नीचे पानी चला गया है. पानी सूखने के कारण सीढ़ी के आगे जमीन पर छोटे-बड़े पत्थरों की भरमार है. पानी में अचानक गहराई भी है. पूजा के दौरान नंगे पांव होने के कारण व्रतियों समेत श्रद्धालुओं को पत्थर में चोट लगने की संभावना है. केलाघाघ छठ घाट में इस बार छठ व्रत करना काफी कष्टदायक होगा. वहीं दूसरी ओर शहरी क्षेत्र के छठ तालाब में छठ पूजा को लेकर सफाई करायी गयी है. छठ व्रतियों को छठ तालाब में व्रत करने में सहूलियत होगी. इधर चैती छठ महापर्व के दूसरे दिन आज व्रतियों ने खरना का प्रसाद ग्रहण किया. बुधवार की शाम को व्रतियों ने अपने घरों में शुद्धता से प्रसाद बनाया. इसके बाद पूजा कर प्रसाद ग्रहण किया. अब व्रती सीधे शुक्रवार को उदीयमान भगवान भास्कर को अर्घ देने के बाद पारण करेंगी. खरना का प्रसाद ग्रहण करने के लिए श्रद्धालुओं को एक-दूसरे के घरों में जाते देखा गया. व्रतियों ने श्रद्धालुओं के माथे पर तिलक लगा कर प्रसाद ग्रहण कराया.
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