सिमडेगा. समाहरणालय स्थित सभागार में दुर्गा पूजा को लेकर जिला प्रशासन की ओर से शांति समिति की जिला स्तरीय बैठक हुई. अध्यक्षता डीडीसी दीपांकर चौधरी व एसपी एम अर्शी ने संयुक्त रूप से की. बैठक में जिला स्तरीय पदाधिकारी, सभी अंचलाधिकारी, थाना प्रभारी, जनप्रतिनिधि व शांति समिति के सदस्य उपस्थित थे. बैठक में बताया गया कि दुर्गा पूजा को लेकर कलश स्थापना 22 सितंबर को होगी. रावण दहन दो अक्तूबर को अलबर्ट एक्का स्टेडियम में किया जायेगा, जबकि प्रतिमा विसर्जन तीन अक्तूबर को किया जायेगा. पूजा पंडाल समितियों की तरफ से दी गयी जानकारी के अनुसार सिमडेगा शहरी क्षेत्र में आठ पूजा पंडाल और ग्रामीण क्षेत्र के गरजा व तामड़ा में एक-एक पूजा पंडाल में प्रतिमाएं स्थापित होंगी. इसके अलावा प्रखंड स्तर पर भी विभिन्न समितियों द्वारा पूजा का आयोजन किया जायेगा. डीडीसी ने सभी बड़े पंडालों की सूची प्रशासन को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. एसपी ने कहा कि दुर्गा पूजा व दशहरा पर्व को शांतिपूर्ण ढंग से मनाने के लिए व्यापक सुरक्षा इंतजाम किये जायेंगे. उन्होंने सभी पूजा पंडाल समितियों से कहा कि वे स्वयंसेवकों की सूची उनके मोबाइल नंबर और पहचान पत्र सहित अनुमंडल पदाधिकारी को उपलब्ध करायें. साथ ही हर पंडाल समिति को प्रशासन व वोलेंटियर्स के साथ व्हाट्सऐप ग्रुप बनाने के निर्देश दिया, ताकि त्वरित सूचना आदान-प्रदान हो सके. एसपी ने अपील की कि दो अक्तूबर को शून्य दुर्घटना दिवस बनाने के लिए सभी लोग सहयोग करें. उपविकास आयुक्त ने दुर्गा पूजा विसर्जन और जुलूस के दौरान चिकित्सकीय व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए एंबुलेंस, जीवन रक्षक दवाओं और स्वास्थ्य कर्मियों की प्रतिनियुक्ति का निर्देश दिया. सिविल सर्जन को विशेष रूप से कहा गया कि त्योहार के दौरान जिलेभर में रेस्टोरेंट, स्ट्रीट वेंडर्स और फूड स्टॉल पर मिलावटी खाद्य पदार्थों की जांच नियमित रूप से करें. नगर परिषद को निर्देश दिया गया कि शहर के सभी वेपर लाइट व हाई मास्ट लाइट की जांच कर समय रहते मरम्मत कर लें. साथ ही सभी प्रमुख पूजा पंडालों में पीने का पानी उपलब्ध कराने के लिए पानी के टैंकर की व्यवस्था भी नगर परिषद द्वारा की जाये. उपविकास आयुक्त ने कहा कि दशहरा के अवसर पर यदि कोई असामाजिक तत्व सोशल मीडिया के माध्यम से अफवाह फैला कर शांति भंग करने का प्रयास करता है, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जायेगी. पंडालों की पहुंच पथ को सुगम बनाने के लिए पथ निर्माण विभाग को पथों को दुरुस्त करने के लिए कहा गया. सभी पूजा पंडाल समितियों को सीसीटीवी कैमरे लगाने, प्रवेश और निकास मार्ग अलग रखने तथा फायर सेफ्टी उपकरणों की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया. साथ ही मां दुर्गा की प्रतिमा की ऊंचाई निर्धारित मानकों के अनुसार रखने का निर्देश दिया गया. पंडालों के पास व जुलूस मार्ग में झूले हुए विद्युत तार को दुरुस्त करने के लिए कार्यपालक अभियंता विद्युत प्रमंडल को निर्देश दिया गया. अग्निशमन पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि जिले के सभी पंडालों का निरीक्षण कर फायर सेफ्टी की ऑडिट कर लेंगे. दो अक्तूबर को दुर्गा पूजा विजयादशमी के अवसर पर शराब की दुकान बंद रखना का निर्णय लिया गया. मां दुर्गा की प्रतिमा की शोभा यात्रा निर्धारित रूट पर ही निकलने का अनुरोध किया गया. जुलूस का निश्चित रूप से वीडियोग्राफी करने का निर्देश दिया गया. रात 10 बजे के बाद लाउडस्पीकर नहीं बजाने का भी निर्देश दिया गया. बैठक में अपर समाहर्ता श्री ज्ञानेंद्र, अनुमंडल पदाधिकारी प्रकाश रंजन ज्ञानी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बैजू उरांव, जिप सदस्य रोज प्रतिमा सोरेंग, सांसद प्रतिनिधि समेत अन्य जनप्रतिनिधि व शांति समिति के सदस्य उपस्थित थे.
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