सिमडेगा. कोलेबिरा प्रखंड की नवाटोली पंचायत के मचका ग्रामसभा में ग्रामसभा अध्यक्ष दाउद केरकेट्टा की अध्यक्षता में ग्रामीणों की बैठक हुई. बैठक में आइसीएफजी संस्थान व आइएसबी के कार्यकर्ता भी मौजूद थे. बैठक में सर्वसम्मति से वन संसाधन प्रबंधन समिति का गठन किया गया. समिति का उद्देश्य ग्राम स्तर पर वन संपदाओं का संरक्षण, सतत प्रबंधन और सामुदायिक हित में उसका उपयोग सुनिश्चित करना था. समिति की कार्यप्रणाली को पारदर्शी बनाने व वित्तीय लेन-देन को व्यवस्थित करने के लिए बैंक खाता खोलने का निर्णय लिया गया. मौके पर ग्रामसभा अध्यक्ष दाउद केरकेट्टा ने कहा कि वन हमारा धरोहर है, जिसे सुरक्षित रखना हमारी जिम्मेदारी है. आइसीएफजी व आइएसबी के कार्यकर्ताओं ने समिति को प्रशिक्षण, तकनीकी मार्गदर्शन और क्षमता निर्माण में सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया. ग्रामीणों ने समिति गठन का स्वागत किया और कहा कि इससे वन संसाधनों का संरक्षण मजबूत होगा और ग्रामीण आजीविका को नया आधार मिलेगा. इस अवसर पर शरण टेटे, शिशिर सुरीन समेत अन्य ग्रामीण उपस्थित थे.
ट्रेनरों को दिया गया प्रशिक्षण
ठेठईटांगर. ठेठईटांगर प्रखंड कार्यालय के सभागार में जनजातीय कार्य मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आयोजित आदि कर्मयोगी अभियान के तहत विलेज लेवल के ट्रेनरों को प्रशिक्षण दिया गया. मौके पर उपस्थित मास्टर ट्रेनर सुनील कुमार ने बताया कि जनजातीय कार्य मंत्रालय भारत सरकार द्वारा जनजातीय गांव को विकास करने के उद्देश्य से कर्मयोगी अभियान चलाया जायेगा, जिसमें जल, स्वच्छता, ग्रामीण विकास, स्वास्थ्य, शिक्षा व वन जैसे विभागों के पदाधिकारी व कर्मचारी द्वारा जनजातीय गांव में सामुदायिक संचालित विकास सुनिश्चित किया जायेगा. प्रखंड के विभिन्न पंचायतों से कुल 49 राजस्व ग्राम को जनजातीय गांव के रूप में चिन्हित किया गया है. प्रशिक्षण में बाल विकास परियोजना विभाग, स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, पेयजल स्वच्छता विभाग, पंचायती राज विभाग, मनरेगा, उद्योग के अलावा अन्य विभागों के कर्मचारियों ने प्रशिक्षण लिया. प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर के रूप में पेयजल स्वच्छता विभाग के सोमा उरांव, स्वास्थ्य विभाग से सेवक राम उपस्थित थे.
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