रविकांत साहू, सिमडेगा
प्रभु येसु की तहर ही विनम्र दीन बनकर जीवन में आगे बढ़े. उक्त संदेश आज खजूर पर्व के अवसर पर शामटोली महागिरजाघर में उपस्थित विश्वासियों को संबोधित करते हुए कही. इस अवसर पर गिरजाघर में काफी संख्या में विश्वासी उपस्थित थे. शामटोली महागिरजाघर में खिजूर पर धूमधाम से मनाया गया.
इस अवसर पर खजूर की डालियों की आशीष उर्सलाईन कान्वेंट में हुई. इसके पश्चात जुलूस में शामिल विश्वासी गीत गाते हुए सभी विश्वासी भक्ति पूर्वक हाथ में कुजूर की डाली लेकर गीत प्रस्तुत किया. गीत में जैतून हाथों में लिए यहूदियों के बालकों ने प्रभु की जय प्रभु के जयकारे गाते हुए प्रभु यीशु का स्वागत किया.
विश्वासियों द्वारा प्रस्तुत भक्ति गानों से चर्च परिसर भक्ति में हो गया. बिशप विंसेंट बरवा न कहा कि यीशु ख्रीस्त के येरूसेलेम में प्रवेश का यह समारोह है. आज से एक सप्ताह विश्वासी पास्का पर्व तक विशेष मनन चिंतन में रहकर गुड फ्राइडे पर विशेष नजर रखते हुए परोपकारी पाप से दूर रहने का प्रयास करते हैं.
स्वामी ने अपने संदेश में कहा कि खजूर रविवार यीशु के महिमा मनित होने की शुरुआत है. हम सभी त्याग तपस्या ईमानदारी पूर्ण कार्य करें. यीशु के समान विनम्र दिन बनकर जीवन में आगे बढ़े. समारोह में मुख्य अतिथि स्वामी विंसेंट बरवा की अगुवाई में मिस्सा अर्पित किया गया. मिस्सा कार्य में मुख्य रूप से फादर तोबियस केरकेट्टा, फादर इग्नासियूस टेटे, भीजी फादर अलेक्जेंडर तिर्की के अलावा अन्य पुरोहितों ने भी सहयोग किया.
फादर एफ्रेम बा, फादर ब्रूनो, फादर अरविंद खाखा, फादर सुनील सुरीन, फादर फुलजेंस कुल्लू, फादर मरियानुस गुलाब लुगून, फादर अजीत सारस इस अवसर पर उपस्थित थे. मिस्सा गीत का संचालन संत अन्ना हॉस्टल के छात्रों द्वारा प्रस्तुत किया गया. इस समारोह को सफल बनाने में कैथोलिक सभा महिला संघ के लोगों का सराहनीय सहयोग मिला.