रविकांत साहू
एक माह से वसूली जा रही है राशि, पर जमा नहीं की जा रही है
सिमडेगा : नगर पंचायत द्वारा सैरातों से वसूल की जा रही राशि की बंदरबांट की आशंका उत्पन्न हो गयी है. लगभग एक माह से राशि की वसूली की जा रही है, किंतु इस राशि को नगर पंचायत में जमा नहीं किया गया है. यह मामला शहर में तथा वार्ड पार्षदों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है. वार्ड पार्षदों में नगर पंचायत के अधिकारियों के प्रति आक्रोश भी देखा जा रहा है.
आचार संहिता लागू होने से पूर्व ही नगर पंचायत में सैरातों की डाक की तिथि निर्धारित की गयी थी. किंतु नगर पंचायत के अध्यक्ष तथा कार्यपालक पदाधिकारी ने डाक कराने में कोई दिलचस्पी नहीं ली. नगर पंचायत के बस स्टैंड तथा सब्जी मार्केट में राजस्व वसूली के लिए विभाग द्वारा दो अलग-अलग पत्र निकाला गया है, जो वार्ड पार्षदों के बीच रोष का कारण बना हुआ है.
राशि जमा नहीं करायी गयी: नगर पंचायत अध्यक्ष फुलसुंदरी देवी ने कहा कि विभाग द्वारा जारी आदेश में राजस्व वसूली की जिम्मेवारी सिर्फ नगर पंचायत कर्मियों को ही दी गयी है. नगर पंचायत विभाग द्वारा जारी पत्र में राजस्व वसूली की बाबत वार्ड पार्षदों का कोई जिक्र नहीं है. एक सवाल के जवाब में अध्यक्ष ने कहा कि उनके द्वारा कार्यपालक पदाधिकारी को सैरातों की डाक करने का आदेश दिया गया था. अध्यक्ष ने कहा कि लगभग एक माह से वसूली जा रही राशि किसके पास है, वह भी नहीं जानती. उन्होंने कहा कि सैरातों से वसूली गयी राशि को नगर पंचायत कार्यालय में जमा नहीं कराया गया है.
एक ही काम के लिए अलग-अलग पत्र : नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा ज्ञापांक 22(1), दिनांक 1.4.14 के अनुसार नगर पंचायत स्थित सैरातों से राजस्व वसूली के लिए दो वर्तमान वार्ड पार्षद कुलदीप किंडो तथा राकेश लकड़ा तथा पूर्व वार्ड पार्षद अजीमुला असांरी तथा रामजी यादव को जिम्मेवारी दी गयी है. एक ही काम के लिए अलग-अलग पत्र निकालने के औचित्य पर भी सवाल उठ रहा है.