खरसावां. प्रधानमंत्री जनजातीय आदिवासी न्याय महाअभियान (पीएम जनमन) से विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूह (पीवीटीजी) वाले गांवों की तस्वीर बदलने की पहल हो रही है. इससे पीवीटीजी परिवारों के जीवन स्तर में बदलाव आ रहा है. सरायकेला-खरसावां जिला के कुचाई, चांडिल और नीमडीह प्रखंड के आदिम जनजाति समुदाय के लोगों तक सरकारी योजनाओं का सीधा लाभ पहुंचाया जा रहा है. समेकित जनजाति विकास अभिकरण (आइटीडीए) की ओर से पीवीटीजी परिवारों के लिए मिशन मोड पर कार्य किया जा रहा है. इससे स्वरोजगार, स्वास्थ्य, आधार पंजीकरण, अधोसंरचना और आवास योजनाओं में उल्लेखनीय प्रगति हुई है. यह पहल न केवल सामाजिक न्याय की दिशा में मील का पत्थर है, बल्कि प्रशासनिक प्रतिबद्धता का भी उदाहरण प्रस्तुत करती है. 309 पीवीटीजी परिवारों के लिए आवास योजनाएं स्वीकृततीन प्रखंडों में रहने वाले सभी 309 पीवीटीजी परिवारों के लिए आवास स्वीकृत कर दिया गया है. इनमें से 301 लाभुकों के खाते में राशि भी भेज दी गयी है. 18 लाभुकों का आवास निर्माण पूर्ण हो गया है, जबकि शेष बचे 291 लाभुकों का आवास सितंबर तक पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है.
हस्तशिल्प से स्वरोजगार की दिशा में प्रभावी पहल
पीवीटीजी परिवारों को हस्तशिल्प के जरिये स्वरोजगार से जोड़ने की भी पहल की गयी है. नीमडीह प्रखंड के केतुंगा, सामानपुर एवं आसपास के गांवों में पीवीटीजी समुदाय की महिलाएं और कारीगर सबई घास व बांस से टोपी, गिफ्ट हैंपर, लैंप, टोकरी आदि उत्पाद तैयार कर रही हैं. ये हस्तनिर्मित वस्तुएं स्थानीय बाजार में बेची जा रही हैं, जिससे उन्हें आत्मनिर्भर जीवन की दिशा में नयी राह मिली है. इसी तरह चांडिल के मातकमडीह, हेंसाकोचा व आसनबनी में वन धन विकास केंद्र से महिलाएं स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से जुड़ कर दोना-पत्तल बना रही हैं. साथ ही बैंबू क्राफ्ट से भी उन्हें रोजगार से जोड़ा जा रहा है. चांडिल प्रखंड के 13 पीवीटीजी लाभुकों को चार माह की आवासीय सिलाई प्रशिक्षण योजना में भी शामिल किया गया है. यह प्रशिक्षण 27 जनवरी 2025 से शुरू हुआ, जिससे इन्हें रोजगार के बेहतर अवसर मिलने की उम्मीद है.घरों तक पहुंच रहीं स्वास्थ्य सेवाएं
कुचाई, चांडिल और नीमडीह प्रखंड के जनजातीय क्षेत्रों में मोबाइल मेडिकल यूनिट के जरिए एनीमिया व एएनसी जैसी स्वास्थ्य जांचें की जा रही हैं. साथ ही आयुष्मान भारत योजना के तहत कैंप लगाकर गोल्डन कार्ड भी बनाये जा रहे हैं. जिले की कुल 2353 पीवीटीजी आबादी में से अब तक 1522 लोगों को आधार कार्ड मिल चुका है. जनवरी 2025 में 57 नये आधार बनाये गये. मई के अंत तक चेलियामा, बाड़ेदा, समानपुर और टेंगाडीह पंचायतों में आधार पंजीकरण शिविर चलाये जा रहे हैं.624 पीवीटीजी परिवारों को अभियान से जोड़ा गया
जिला के तीन प्रखंड कुचाई, चांडिल व नीमडीह के 42 गांव/टोला में विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूह के लोग रहते हैं. पीएम जनमन महाअभियान के तहत के 624 पीवीटीजी परिवारों के 2353 लोगों (1184 पुरुष व 1169 महिला) को इस इस अभियान से जोड़ा गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

