सरायकेला. राजनगर प्रखंड के सिद्धेश्वर बाबा शिव मंदिर डुमरडीहा में वैशाख संक्रांति पर छऊ नृत्य व भोक्ता पाठ का आयोजन हुआ. देर रात भोक्ताओं ने उपवास रखकर खरकई नदी में स्नान कर शिव शक्ति को समर्पित धार्मिक अनुष्ठान किया. वहां से घट लाकर गांव की खुशहाली की कामना की. इसके पश्चात रात्रि में छऊ नृत्य का आयोजन हुआ. छऊ कला केंद्र विक्रमपुर, जागृति क्लब डुमरडीहा, आदिवासी क्लब डुमरडीहा डुंगरीसाई, सिद्धेश्वर बाबा सुपलडीह, प्रगति कला केंद्र डुमरडीहा टोला बांधडुगरी व छऊ नृत्य कला केंद्र लखीपुर के कलाकारों ने रात भर नृत्य किया. आयोजन समिति के राम प्रसाद महतो ने कहा कि छऊ नृत्य में चारों युगों का समावेश रहता है. वृंदावनी घट त्रेतायुग, गोरियाभार घट द्वापर युग का वृतांत है. कालिका घट को कामना घट भी कहा जाता है. यह कलियुग का वृत्तांत है. मौके पर प्रशांत पति, श्रीकांत महतो, प्रभाष महतो, सुभाष महतो, महादेव पति, शिकारी महाराणा, सूरज कैवर्त, कृष्णा कैवर्त सहित कई उपस्थित थे.
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