खरसावां.
खरसावां के मध्य विद्यालय संतारी में पठन-पाठन का कार्य केवल एक शिक्षक सुनील कुमार आदित्य के भरोसे चल रहा है. 1948 में स्थापित इस विद्यालय में कक्षा एक से आठ तक की पढ़ाई होती है. विद्यालय में फिलहाल 70 विद्यार्थी नामांकित हैं. 77 साल पुराने इस स्कूल में शिक्षकों की कमी से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है. बताया जाता है कि 80 के दशक में यहां चार-पांच शिक्षक पदस्थापित होते थे, जबकि विद्यार्थियों की संख्या 100 से अधिक होती थी. स्कूल में शिक्षकों की संख्या बढ़ने की स्थिति में छात्रों की संख्या भी बढ़ने की बात कही जा रही है. कई बार स्कूल में शिक्षकों की पदस्थापना करने की मांग उठी, परंतु विभाग का ध्यान इस ओर नहीं गया. ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से स्कूल में तत्काल एक शिक्षक की पदस्थापना या प्रतिनियुक्ति करने की मांग की है.दो कमरों में संचालित हो रहा स्कूल
खरसावां के मध्य विद्यालय संतारी में कुल छह रूम हैं, जिनमें से चार कमरे जर्जर हो गये हैं. दो कमरों में आठ कक्षाओं के बच्चे बैठकर पढ़ाई करते हैं. शिक्षक को हर 15-20 मिनट में दूसरे कक्षाकक्ष में जाकर बच्चों को पढ़ाना पड़ता है. ऐसे में पठन-पाठन की स्थिति का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है. शिक्षक सुनील कुमार आदित्य को कार्यालय कार्य के लिए खरसावां जाना पड़े या बीमार पड़ने की स्थिति में स्कूल का संचालन करने में काफी दिक्कत आती है. ऐसे में गांव के लोगों के साथ-साथ इस साल सेवानिवृत्त हुए शिक्षक अगस्ती बेहरा के सहयोग से स्कूल चलता है. स्कूल में एकमात्र शिक्षक होने के कारण सुनील कुमार आदित्य को कई बार समय पर छुट्टी तक नहीं मिल पाती.शिक्षक : सात में से छह पद रिक्त
खरसावां के मध्य विद्यालय संतारी में शिक्षकों के सात पद स्वीकृत हैं. इसमें से वर्ग एक से पांच तक के लिए पांच और छह से आठ के लिए दो शिक्षकों के पद स्वीकृत हैं. इनमें से छह पद रिक्त पड़े हुए हैं. बताया गया कि वर्तमान में स्कूल में पदस्थापित शिक्षक सुनील कुमार आदित्य एक मार्च 2025 से अकेले ही स्कूल संचालित कर रहे हैं. इससे पहले नवंबर 2024 से फरवरी 2025 तक स्कूल में दो शिक्षक पदस्थापित रहे. तब स्कूल संचालित करने में सहूलियत होती थी. 28 फरवरी 2025 को स्कूल के एक शिक्षक अगस्ती बेहरा सेवानिवृत्त होने के बाद से स्कूल संचालन का जिम्मा सुनील कुमार आदित्य पर है. ग्रामीणों ने बताया कि इससे पहले मार्च 2022 से नवंबर 2024 तक स्कूल में एकमात्र शिक्षक अगस्ती बेहरा अकेले पदस्थापित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

