Diarrhea in Jharkhand | खरसावां, शचिंद्र कुमार दाश: खरसावां जिले के रिडींग के कुंडियासाई टोला में डायरिया फैल गया है. डायरिया ग्रस्त एक बच्चे की मौत हो गयी है, जबकि एक दर्जन लोग पीड़ित हैं. कल मंगलवार की देर शाम डायरिया से पीड़ित 10 वर्षीय अमर सिंह सिजुई की मौत हो गयी. पीड़ितों में से 5 का सरायकेला के सदर अस्पताल, 4 का जमशदपुर के एमजीएम, और 3 का गांव में ही उपचार चल रहा है.
अचानक लोगों को होने लगी उल्टी-दस्त
मिली जानकारी के अनुसार सोमवार की रात अचानक से कुंडियासाई के 5-6 लोगों को उल्टी-दस्त होने लगी. मंगलवार को अमर सिंह सिजुई को भी लगातार उल्टी-दस्त होने के बाद कुचाई के सरकारी अस्पताल में ले जाया गया. वहां से प्राथमिक इलाज के बाद सदर अस्पताल रेफर करने के दौरान अमर सिंह सिजुई ने दम तोड़ दिया.
गांव के एक दर्जन लोग डायरिया से ग्रस्त

पीड़ितों में से चार मुनी बांकिरा (24), मुंगु सिजुई (55), महाकाल नारायण सिजुई (16), सुरती हेंब्रम (14) व मांदरी सिजुई (46) का सरायकेला के सदर अस्पताल में इलाज चल रहा है. समीर हेंब्रम (18) सुमिता हेंब्रम (40), सुनिता हेंब्रम (26) जमशेदपुर के एमजीएम में भर्ती है. ये सभी लोग रिडींगदा गांव के रहने वाले है. इसके अलावे बीते दिनों कुंडियासाई गांव आयी तेलायगोड़ा की मेची पायेडा (50) भी डायरिया के जद में आ गयी. मेची पाडेया का जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल में इलाज चल रहा है. साथ ही गांव में पांडेय सिजुई (80), लाल सिंह सिजुई (53) व कादु सिजुई (08) का उपचार किया जा रहा है.
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स्वास्थ्य विभाग की टीम ने लिया जायजा

खरसावां के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की टीम ने रिडींगदा गांव पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया. मंगलवार से अस्पताल के चिकित्सक भी गांव में पहुंच कर लोगों का इलाज कर रहे है. वहीं बीडीओ प्रधान माझी, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ विरांगना सिंकू समेत अन्य भी स्थिति का जायजा लेने कुंडियासाई पहुंचें. डॉ विरांगना सिंकू ने बताया ग्रामीणों को आवश्यक दवा दी गयी है. साथ ही पानी उबाल कर पीने की सलाह दी गयी है.
कुएं का दुषित पानी पीने से फैला डायरिया

कुंडियासाई में दुषित पानी पीने से डायरिया फैलने की बात सामने आ रही है. गांव के लोग दो पुराने कुंआ से पानी निकाल कर पीते है. संभवाना जतायी जा रही है कि कुआं का पानी पीकर ही लोग संक्रमित हुए हैं. दुषित पानी पीने से ही गांव में डायरिया फैला है. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने दोनों कुएं से पानी का सैंपल लेकर जांच के लिये भेज दिया है.
हर घर नल जल योजना भी हुआ बेकार

करीब 300 की आबादी वाले इस गांव में पेयजल की बड़ी समस्या है. गांव में एक भी चापाकल नहीं है. रिडींग के कुंडियासाई गांव में ‘हर घर नल जल योजना’ के तहत एक सोलर संचालित जलापूर्ति योजना स्थापित की गयी है. लेकिन, यह भी पिछले दो सालों से खराब पड़ा है. ऐसे में इस जलापूर्ति योजना का भी ग्रामीणों को लाभ नहीं मिल पा रहा है. गांव के लोग पुराने कुएं का दूषित पानी पीने को मजबूर हैं. ग्रामीणों ने बताया कि जलापूर्ति योजना को ठीक करने के लिये कई बार सरकारी कार्यालयों का चक्कर काट चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद भी इस जलापूर्ति योजना को दुरुस्त नहीं किया गया.
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